Aag Shayari In Hindi
नफरत आग लगा देती हे न करो
किसी से नफरत
प्यार की एक बूंद बड़ी से बड़ी
आग बुझा देती हे।
कहा खबर आग लगाने वालो को
रुख हवाओ ने बदला तो
खाख वो भी होंगे।
नफरतो की आग में जल रही हे
पूरी दुनिया
फिर भीं न जाने क्यों लोग को
ठंड लग रही हे।
ये मत समजना में शांत बैठा हु तो
मेरे अंदर आग नहीं हे
डरता हु कही समंदर कम न पड जाये
बुझाने के लिए।
आज भाग रहा हे जिस महेनत से
वही तुजे कल सफलता दिलाएंगी
जोक दे खुद को इस आग में
यही आग तुजे हिरा बनाएंगी।
तुम्हारे बुजाये अब बुजेंगी नहीं
में तुम्हारी लगाई आग हु
तुम्हारे कहने से पानी नहीं हो जाउंगी
आग हु तो आग ही रहूंगी।
मेरी फितरत में नहीं हे आग
लगाना
मेरी सादगी से लोग जले तो
मेरा क्या।
हमको आग समझते हे कुछ लोग हे जो
और हम हे जो जुगनुओ को भी
चिराग समझते हे।
Aag Shayari Image
कहा चले हो हमदम दिल में
आग लगाके
अभी तो राख उड़ने पे और भी
तमाशा होगा।
क्या खाक मजा हे जीने में
न कोई संघर्ष न कोई तकलीफ
बड़े बड़े तूफान थम जाते हे
जब आग लगी हो सीने में।
बहार की आग से ज्यादा अंदर की आग
भयंकर जला देती हे
बस इतना नहीं राख भी बना देती हे
कभी इंसानो को और कभी रिस्तो को भी।
महसूस तब हुआ जब वो जुदा हुए
आग दिल में लगी जब वो खफा हुए
करके वफ़ा कुछ दे न सके वो
पर बहोत कुछ दे गए जब वो बेवफा हुए।
इतना पागल हो जाते हे लोग
बदले की आग में
की वो ना चाहकर भी अपनों को
दुःख पहोचा जाते हे।
इस बरसाद के मौसम में
आग कही भी लग सकती हे
बदल की आँखों से टपका हर आंसू अंगार हे।
नहीं सताती मुझे मौत की चिता
मेरे सपनो का अधूरापन सताता हे
आज भी दिल में जब लग रही हे आग
मेरा जूनून बताता हे।
आग से जले लोग जरुरी नहीं
कुछ लोग तो हमारे नाम से
भी जल जाते हे।
उस किताब को आग लगा दी आज मेने
जिसमे लिखा था मोहब्बत अगर
सच्ची हो तो मिलती जरूर हे।
Aag Par Shayari 2022
बेवफाई की जूठी दाग लगा दी
मेरी मोहब्बत पे
खुद ही रहती थी दिल में और दिल में
ही आग लगा दी।
आपके उन सपनो को जला देती हे
नफरत की आग
जिनको आपने कामयाबी के लिए
सजोया था।
चाहे तो कभी आज माके देख लेना
हम आपसे सच्ची दोस्ती करते हे
हम तो हे एकदम खरा सोना चाहे तो हमे
आग में जला के देख लेना।
पहचान ही बदल देती हे
इंसान की बदले की आग
इसलिए बदलो अपनी आदते इस
हद तक की हमारी हसरते बदल जाये।
नादानी करता हे दिल पागल हे जो
रोज नई
आग में आग मिलाता हे फिर
पानी करता हे।
जिंदगी में माचिस तो यु ही बदनाम हे
हमारे तेवर तो आज भी आग
लगाते हे।
जलना तो जमीन को ही पड़ता हे
आग भले ही सूरज में हो
मोहब्बत निगाहें करती हे
तड़पना दिल को पड़ता हे।
Best Aag Shayari In Hindi
उन ख्वाईशो में आग लगा दूंगा
जिनकी वजह से मेरे
माँ बाप को झुकना पड़े।
( ये पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद )