Abhimaan Shayari In Hindi
एक मानसिक बिमारी हे अकड़
और अभिमान
जिसका इलाज कुदरत और समय
जरूर करता हे।
किसी के अरमान हे किसी की
ख्वाइशे
जिनकी पूरी हो गई अब उनको
अभिमान हे।
छाती ठोककर इंसानो वाला काम करता हु
में खुद पर गर्व नहीं अभिमान करता हु
नहीं देख सकता आँखों के सामने तड़पता किसी को
सिर्फ और सिर्फ इसलिए में रक्तदान करता हु।
स्वाभिमान को जाने मत दीजिये और अभिमान
को आने मत दीजिये
क्योकि अभिमान आपको उठने नहीं देगा
और स्वाभिमान आपको गिरने नहीं देगा।
तुफानो में कश्तियाँ बच जाती हे
लेकिन हस्तिया मिट जाती हे
अभिमान में।
अपने ज्ञान का अभिमान तो होता हे
हर किसी को
मगर अपने अभिमान का ज्ञान नहीं होता हे।
खुद पर ए इंसान कभी मत
करना अभिमान
तेरे और मेरे जैसे कितनो को ईश्वर ने
माटी से बनाकर माटी में मिला दिया।
मुझे किसी की जरूरत नहीं पड़ेंगी
ये अभिमान नहीं होना चाहिए
और यह वहम भी नहीं होना चाहिए की
सबको मेरी जरूरत पड़ेंगी।
अभिमान मत करना अपनी हैसियत का कभी
उड़ान जमीन पर शुरू और जमीन पर
ही ख़त्म होती हे।
Abhimaan Shayari Image
सम्मान हो तुम तुम मेरा
मान हो
जिस पर गर्व हे मुझे वो
अभिमान हो तुम।
लेखक का अभिमान हे हिंदी भाषा
वक्ताओं की ताकत हे हिंदी भाषा
भाषाओ के शीर्ष पर हे बैठी
मेरी प्यारी हिंदी भाषा।
ये देश मेरी जान हे मेरा अभिमान हे
में बॉडर पर देश की हिफाजत करूँगा
इसकी रक्षा के लिए में क्या
मेरा हर जन्म कुर्बान हे।
हम जिंदगी में अपने बहुमूल्य
रिश्तो को अक्शर
झूठे अभिमान की आग में जला कर
नष्ट कर देते हे।
अभिमान हुआ करता था कभी हमें अपनी दोस्ती पर
कभी तुमसे मिलना हमारी शान हुआ करता था
हर लम्हा तेरी दोस्ती का समेट के रखते हे
कभी उन लम्हो पर तेरा अहेसान हुआ करता था।
जब हमे लगता हे की हमने कुछ किया हे
अभिमान तब आता हे
और सम्मान तब मिलता हे जब दुनिया को
लगता हे की आपने कुछ किया हे।
ऊपर उठने नहीं देता अभिमान किसी को
और स्वाभिमान किसी को निचे
झुकने नहीं देता।
अगर जिंदगी में सफल होना चाहते हो तो
पहले अपने अभिमान को नष्ट
कर डालो।
Abhimaan Shayari 2022
मेरा प्यारा अभिमान हो तुम
मेरी पत्नी मेरी जान हो तुम
तुम्हारे बिना अधूरा हु में
क्युकी मेरा पूरा संसार हो तुम।
वही लोग तेरा गुणगान करेंगे जो
आज तुज पर हस रहे हे
कर के दिखा दे कोई कमाल तो
तुज पर सब अभिमान करेंगे।
महान व्यक्ति को भी अभिमान की
ताकत शैतान बना देती हे
और नम्रता साधारण व्यक्ति को भी
महान बना देती हे।
लेने के लिए ज्ञान और देने के
लिए दान और
त्यागने के लिए अभिमान सबसे
सर्वश्रेठ हे।
Abhimaan Par Shayari
उस जिगरी यार पर मुझे
बड़ा अभिमान था
धोखा दिया उसने जिस पर
विश्वास था।
स्वाभिमान हे इंसान की अंदर जो छलके
और बाहर जो छलके वो अभिमान हे।
( ये पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद )