काजल पर शायरी | Kajal Shayari In Hindi

Kajal Shayari In Hindi

काजल शायरी

 

 और खूबसूरत बन जाती हे

तेरे आने से शाम 

फिजा भी रंग बदलती हे 

जब तू आँखों में काजल लगाती हे। 

 

मुझे क्या कम घायल करती थी 

पहले से ये कातिल निगाहे 

सरेआम क़त्ल कर देती हे जब तू 

आँखों में काजल लगाती हे। 

 

काजल लगा के आपको देखु में अपने 

आँखों में मेरा बस चले तो 

क्योकि कही आपको मेरी नजर 

न लग जाये। 

में काजल बन जाऊ तेरी नीली आँखों का 

तेरी आँखों में आंसू का में बादल बन जाऊ 

ख्वाइश तो मेरी हर पल हे इतनी 

तेरे रास्तो के काँटों की में चादर बन जाऊ। 

जरा सी चूक हो जाये तो निकल

 आते हे आंसू 

किसी की आँख में काजल लगाना 

खेल थोड़ी हे। 

 

Kajal Shayari In Hindi

 

Kajal Shayari 2022

 

कुछ ऐसे भी जताती वो नाराजगी मुझसे 

खफा जिस रोज हो जाती हे 

काजल नहीं लगाती हे वो। 

तुमसे कहना चाहता हु 

दिल में छिपाये जज्बात जितने 

काजल बनकर तेरी आँखों में 

यु ही रहना चाहता हु। 

 

 

काजल लगा के शाम आई हे 

सुरमई शाम का 

पलकें यु झुकी हे मानो चाँद पर 

बदरी छाई हे। 

 

उसकी आँखों का काजल अपनी शायरी के लिए 

उधार माँगा था हमने 

शर्त उसने भी रख दी शायरी उसकी 

आँखों पर ही हो। 

 

Kajal Shayari 2022

 

Kajal Shayari Image

 

क़त्ल का इतिहास रचते हे 

काजल लगा के पलकों पर 

आज शाम मेरी महफ़िल में मुस्कुरा जाना 

एक गजल तेरे नाम लिखते हे। 

मासूमियत सारे जहा की तुम्हारी 

आँखों में बसी हे 

काजल से उन्हें क्या सजाना वो तो 

खूबसूरती की पहचान हे। 

 

 

एक धार लगा कर सवर जाएँगी 

वो काजल की 

और तुम उसकी एक नजर से 

वर्बाद हो जाओंगे। 

दिल में न जाने कितने अरमान जगाती हे 

जब अपनी झील सी आँखों में वो 

काजल लगाती हे। 

 

Shayari On Kajal

 

Best Kajal Shayari In Hindi

 

जब साथ तू होता हे 

तो हौसला बरक़रार रहता हे 

वरना काजल को भी अश्को से 

बिखरना होता हे। 

 

एक बिंदी लगा लिया थोड़ा सा 

काजल लगा लिया 

खुद तो सज गए हुजूर पर 

हमें तबाह कर दिया। 

 बादल जो बसते हे ये तेरी याद के 

इन आँखों में काजल की तरह 

यु बेवजह बरस जाना तो इनकी आदत ना थी। 

 

पायल पर शायरी

आँखों पर शायरी

नजर शायरी

आँखे कहती हे की कुछ बाते 

खत नहीं कहते 

कही दर्द नजर न आ जाये इसलिए 

स्त्रियाँ काजल डाले रहती हे। 

 

Kajal Shayari

 

Kajal Par Shayari

 

कितनी भी मेकप करले पर अच्छी नहीं 

लगती कुछ लड़किया 

और एक मेरी वाली हे सिर्फ काजल ही 

लगाकर जान ले लेती हे। 

 

दर्द थमा रहता हे पास जब 

तक वो रहे

फैलता जाता हे फिर आँख के  

काजल की तरह। 

 

कुछ तो खामिया हे हुजूर काजल की 

पहेरीदारी में 

वरना दबे पाँव सपने तेरे यु ही 

नहीं चले जाते। 

 

( ये पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद )