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नेचर पर सामान्य ज्ञान
धरती एक मात्र ऐसा ग्रह हे जिस पर जीवन की धारा बह रही हे। यह जीवन रूपी धारा ही प्रकृति हे। प्रकृति ही जीवन के लिए आवश्यक संसाधनों की पूर्ति करती हे। प्रकृति जल, अग्नि, वायु, आकाश आदि समस्त तत्वों से मिलकर इसका निर्माण होता हे। मनुष्य इसका मात्र एक छोटा सा अंश हे। अगर हम अपने आस पास की प्रकृति को देखने की कोशिश करे तो हमे चारो तरफ से घेरे हुए कई विशालकाय पर्वत हे कही कल कल बहती नदियाँ तो कही घने जंगल हे और कही सुनसान भूमि। इसका कुछ भाग बर्फ की परतो से दबा पड़ा हे तो कही सूरज की तपन से जिव जगत परीशान हे ये सब जानने की कोशिश करे की ये प्रकृति का हे।
प्रकृति कोई एक चीज नहीं यह कई चीजों का समावेश हे। घास के कई हरे मैदान सुंदरता को बिखेरते हे। तरह तरह के रंग बिखरे फूल हर किसी का मन मोह लेते हे। उदास मन भी उन्हें देखकर प्रफुलित हो जाता हे। प्रकृति हमारे मन और आँखों को सुकून देती हे। प्रकृति को ईश्वर का वरदान भी कहते हे। मगर कभी कभी यह वरदान अभिशाप बनकर सामने भी आता हे। जब कभी प्रकृति में असंतुलन पैदा होता हे। तब प्रकृति विकराल रूप लेती हे। मनुष्य अपने फायदे के लिए प्रकृति को कई तरह के नुकशान पहुचाता हे। प्रकृति से हमे कई तरह के लाभ होते हे। प्रकृति खुद एक उपचारात्मक स्पर्श हे। प्रकृति हमारे मन के मानसिक तनाव को कम करती हे। और मन को शांति और आनंद का अनुभव देती हे। प्रकृति की हरियाली में वो शक्ति हे जो हमे कई तरह के रोगो से दूर रखती हे। प्रकृति हमारे जीवन में एक सुरक्षा कवच के समान हे। प्रकृति के सपंति को बचाना हर एक मनुष्य का कर्तव्य और जिम्मेदारी हे।
Nature Shayari In Hindi
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इन हवाओ में कुछ तो बात हे
वरना साथ इन्हे पंछीओ
का न मिलता।
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गिरी के बाहो में, मेघ के साये में
सुकून बसता हे पकृति तेरी
ही पनाहो में।
कोई काम करना होता हे पकृति को
तो वो किसी प्रतिभा को
जन्म दे देती हे।
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सबसे अच्छी होती हे पानी
की याद्दाश
वह हमेशा वहा जाने का प्रयास
करता हे जहा वो पहले था।
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निकल पड़ना कुदरत को देखने
जब भी कभी उदास हो तो
जितना ये खूबसूरत हे उतना ही
आपको खूबसूर बना देंगी।
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छाए थे बादल दूर तक और कही छाया न था
इस तरह बरसाद का मौसम कभी
आया न था।
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Romantic Nature Shayari
नए पत्ते नहीं आते पतझड़ हुए
बिना पेड़ो पर
कठिनाई और संघर्ष सहे बिना
अच्छे दिन नहीं आते।
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अपना भविष्य बचाओगे तुम बचाते हो
दो पेड़ो को तो
वहम छोड़ जूठे जीवन का सच में
कुछ कर जाओंगे।
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सुंदरता दिख पाते हे यदि आप पाकृतिमे
तो निच्छित ही आप पकृति के
नजदीक हे।
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हमारी माँ की तरह होता हे नेचर
ये हमे तब तक नहीं फटकारती
जब तक हम गलती नहीं करते।
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इस पानी को देखकर हैरत होती हे
बेशक बेरंग से
पर हर सांस लेने वाले की जिंदगी
इसी की बदौलत हे।
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ईश्वर द्वारा दिए गए सबसे अनमोल
उपहारों में से एक हे
पकृति।
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Nature Shayari Image
आत्मा को सुख देता हे पकृति का प्रेम
और सुखी आत्मा इंसान को
अंदर से खुश रखता हे।
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हमने पकृति के साथ गुनाह तो बहोत
बड़े किये होंगे
वरना गंगाजल की जगह शराब से
हाथ न धोने पड़ते।
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देखके चलना जरा निचे गिरे सूखे
पत्तो पर
कभी कड़ी धुप में तुमने इनसे ही
पनाह मांगी थी।
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लिपटी ये धरती जब सफ़ेद चादर से
और नीले आसमान से
तो दोनों लगते हे एक समान।
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लिखा सागर ने गीत लहरे उसे गाती हे
पंछियो ने संगीत दिया हवा इसे
गुन गुनाती हे।
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इस जीवन में पकृति ही हे जो स्वार्थहीन हे
वरना मनुष्य तो अपने स्वार्थ के
लिए अपनों तक को नहीं छोड़ता।
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Nature Par Shayari
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ये चहचहाती चिड़िया ये झरने की महक
खूबसूरत हे ये दुनिया और
खूबसूरत हे कुदरत।
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पतझड़ के दोस्तों परिंदे शुक्रगुजार हे
तिनके कहा से लाते अगर सदा
बहार रहती।
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हमारी धरती कितनी खूबसूरत हे
और हम लगे हे इसे तबाह करने में
अगर अभी भी हम न सुधरे तो कुदरत हमे
तबाह कर देंगी।
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लड़ना छोड़कर पकृति के लिए
लोगो ने लड़ना अपनी पकृति बना डाली।
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नियम हे कुदरत का
बनता वही हे जो सहन करने की
श्रमता रखता हे।
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कूलर पीपल की छाव चलते हे ऐसी छोड़कर
शहर से जी भर गया चलो अब गांव
चलते हे।
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जो सबसे अच्छी हे पकृति हममे
उससे प्यार करती हे।
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Nature Shayari 2022
एक बेहतरीन नमूना हे पकृति
खुदा के करिश्मे का।
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ऐसे कुछ रब ने बना लिए हे खूबसूरती
के नजारे
की इस जहा में में खुद को
भुला दू।
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वह जरुरी नहीं हे वह फलदार भी हो
शाख से पेड़ रिस्ता हे वही काफी हे
इलाके लिख दू आओ तुमको समुंदर के
मेरे हिस्से में ये कतरा हे यही काफी हे।
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उत्तम होती हे पानी की याद्दाश
हमेशा वही जाने का प्रयाश करता हे
जहा उसे पहुंचकर समुंदर में
मिलना होता हे।
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केसा गजब हमने किया जंगलो को काट के
शहर जैसा एक आदम खोर पैदा कर लिया।
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याद दिलाते हे बारिश का मौसम
गरम चाय स्वेटर और
अरुणाचल।
बड़े ही निराले हे कुदरत के नियम
जो जिंदगी के हर सार को
खोलते हे।
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हम आसमा के घर से मुट्ठी भरी
रौशनी चुरा के लाये
फैलादी धरा के आँगन में गु म हो
जाने से डर से।
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Best Nature Shayari In Hindi
प्रेम नहीं करेंगे यदि आप पकृति से
तो पकृति भी आपसे प्रेम
नहीं करेंगा।
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( ये पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद )