कुदरत पर शायरी | Kudrat Shayari In Hindi

Kudrat Shayari In Hindi

 

कुदरत पर शायरी

 

 ताजगी भरी हरियाली से इन्हे सजाई हे 

कुदरत ने वाह क्या दुनिया बनाई हे 

खुशियों का हे ये जहा अपना 

सबके लिए प्यार नहीं कई कोई बुराई हे। 

जरुरी था साहेब कुदरत का कहर भी 

रह कोई खुद को खुदा समज 

रहा था। 

एक बात अच्छी तरह समझाई 

इस कोरोना वाइरस ने 

इंसान चाहे कितनी तरक्की कर ले 

पर वो कुदरत के साथ 

कभी मुकाबला नहीं कर सकता। 

इंसान का घमंड जागा हे फैला कर 

कचरा हवा में 

पूछता हे कुदरत से बता तूने क्या 

इस खेत में सजाया हे। 

 

Kudrat Shayari In Hindi

 

हम न सुधर सके 

कुदरत ने बहोत मौके दिए पर 

कुदरत के किये वादे को न पूरा कर सके 

तब तो कुदरत नाराज हे मौत का राज हे। 

कोई पेड़ फल नहीं उगाता किसी 

के फरमान से 

कोई चाकू की नौक से मौसम 

नहीं बदल पाता। 

 

 

नाराज मत होना अगर कोई 

तुम्हारा दिल दुखाये तो 

क्युकी कुदरत का कानून हे 

जिस पेड़ का फल ज्यादा मीठा होता हे 

लोग पथ्थर उसी पे मारते हे। 

कुदरत ने रंगीन नहीं रखे आंसू 

ये तो अच्छा हुआ 

वरना जिसके दामन में गिरते वो भी 

बदनाम हो जाता। 

 

Kudrat Shayari 2022

 

Kudrat Shayari Image

 

 जो बाटेंगे वही आपके पास बेहिसाब होगा 

कुदरत का यह एक असूल हे 

फिर चाहे वो दौलत हो, इज्जत हो या नफरत

हो या धोखा। 

मानसिक बिमारी हे अकड़ और अभिमान 

जिसका इलाज कुदरत और समय

 जरूर करता हे। 

 

 

कुदरत के ही तो नज़ारे हे कही पर गम 

कही सरगम ये 

प्यासे तो वो भी रह जाते हे जिनके 

घर दरिया किनारा हे। 

ये फरमान निकाला हे 

हाल फ़िलहाल कुदरत ने 

सुधर जाओ अभी वरना वक्त 

अपना कहर बरसाने वाला हे। 

 

Image For Kudrat Shayari

 

शिकायत मत करना कुदरत के नियमो से 

नजरो को कभी शर्मिदा मत करना 

रब खुद ही देगा सब कुछ आपको 

वक्त से पहले फरियाद मत करना। 

एक मंजर हे दुनिया में चलरही 

आज की यह तबाही 

वीरान हो रहे हे शहर आज इंसान को 

बता रहे हे तुमने कुदरत को 

बहोत ही सताया हे। 

कलम कुदरत के हाथ हे फ़िक्र मत कर बन्दे 

लिखने वाले ने लिख दिया तक़दीर तेरे साथ हे 

फ़िक्र करता हे क्यों फ़िक्र से होता हे क्या 

रख खुदा पे भरोसा देख फिर होता हे क्या। 

 

प्रकृति शायरी

मेरी तन्हाई की कितनी फ़िक्र हे 

कुदरत को 

जागते रहते हे रात भर सितारे 

मेरे लिए। 

 

Best Kudrat shayari In Hindi

 

Kudrat Shayari 2022

 

दिलो में छिपी दौलत नहीं देखि 

खुदा ने बनाई कुदरत नहीं देखि 

जो कहता हे दुरी से मिट जाती हे दोस्ती 

उसने शायद हमारी दोस्ती नहीं देखि। 

दुनिया साथ नहीं देती कुदरत 

साथ न दे तो 

मेरी अपनी ही परछाई मुझे 

धुप आने के बाद मिली। 

मौसम के तेवर लम्हो में बदल जाते हे 

कुदरत की नजाकत भी हसीनो 

से कम नहीं। 

 

नेचर शायरी

जनाब कुदरत के साथ गुनाह तो 

कुछ गिनोने हुए हे 

वरना गंगा जल की जगह शराब 

से हाथ न धोने पड़ते। 

 

Kudrat Shayari In hindi

 

कुदरत का करिश्मा होता हे 

हर एक सवेरा 

बेपरवाह होते हे वो लोग जिन्हे 

सुबह देर तक सोना होता हे। 

में उससे पीछा तो छुड़वाना चाहता तो था 

मगर कुदरत का करिश्मा तो देखो 

मेरी रूह के पीछे पीछे उसकी 

रूह भी आ खड़ी हुई। 

जिंदगी के मौसम का पतझड़ भी हिस्सा हे 

फर्क सिर्फ इतना हे कद्र्त में 

पत्ते सूखते हे 

और हकीकत में रिश्ते। 

 

कुदरत का कहर शायरी

कभी कुदरत हमारे लिए भी कर दे 

ऐसी कोई साजिस 

कसम खुदा की ये मौका हम किसी 

कीमत पर ना छोड़ेंगे। 

 

Kudrat Shayari In Hindi

 

Kudrat Par Shayari

 

देखो चारो तरफ हरियाली हे 

कुदरत का यह करिश्मा हे 

हम इनको हे काटते और

 यह करती हमारी रखवाली हे। 

कैसी ये बेबसी और मज़बूरी हे 

कुदरत के आगे 

बेगुनाह होकर भी देखो कैसे सब 

अपने ही घर में कैदी हे। 

दुनिया का ही अंत हो जाता अगर हर 

किसी की इच्छा पूरी हो जाती तो 

इसलिए कुदरत इंसान को वो ही देता हे 

जिनके लायक वो खुद को बनाता हे। 

हम क्या करे कुदरत के इन हसीन 

नजारो का 

तुम साथ नहीं तो इन चाँद सितारों 

का क्या करे। 

 

Neture Shayar In Hindi

 

Nature Shayari In Hindi

 

कौन किसके करीब होता हे 

क्या करिश्मा हे कुदरत का 

रिश्ते तो वही बनते हे जहा 

जिसका नसीब होता हे।

 कुछ नहीं मिलता दोस्तों बिना 

महेनत के 

कुदरत चिड़िया को खाना जरूर देता हे 

लेकिन घोसले में नहीं। 

 

( ये पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद )