संतरा फल के बारे में जानकारी | Orange Fruit In Hindi

     हेलो दोस्तों आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार। तो आज हम इस आर्टिकल में बात करने वाले हे संतरा फल के जानकारी, संतरा के बारे में अमेजिंग फैक्ट्स, फायदे और नुकशान, संतरे की खेती और faq तो उम्मीद हे की आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आयेंगा। तो चलो देखते हे संतरा के बारे में। 

संतरा फल के बारे में जानकारी   

संतरे के बारे में जानकारी

 संतरा रुटासाए परिवार का एक खट्टा मिठ्ठा फल हे। जिसका वैज्ञानिक नाम सिट्रस सिनेनसिस हे। संतरा एक स्वादिस्ट फल होता हे जो गोल और पिले रंग में देखने को मिल जाता हे। संतरा में उच्च मात्रा में विटामिन सी होता हे इसके अलावा विटामिन ए, बी, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नेशियम, फॉस्फोरस, कॉलिन जैसे अन्य तत्वों से भरा होता हे। संतरा में कई तरह के एंटीओक्सिडेंट भी होते हे। जो मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए बहोत फायदेमंद होते हे। संतरा छीलकर और ज्यूस निकलकर भी पिया जा सकता हे। संतरे का ज्यादातर उपयोग जूस के तौर पर ही किया जाता हे। लोग इसका हर मौसम में सेवन करते हे।

    दुनिया में सबसे ज्यादा संतरे का उत्पादन ब्राजील में होता हे। और भारत भी एक बड़ा संतरे का उत्पादक देश कहा जाता हे। भारत में नागपुर शहर में सबसे ज्यादा संतरे की पैदावार होती हे। नागपुर को ऑरेंज सिटी भी कहा जाता हे। 

संतरा के बारे में अमेजिंग फैक्ट्स

1. संतरे का सबसे अधिक उत्पादन ब्राजील में होता हे। 

2. संतरा एक खट्टा मीठा और स्बादिस्ट फल होता हे। 

3. संतरे का सेवन करने से दांत और मसूड़ों के दर्द से छुटकारा मिलता हे। 

4. पूरी दुनिया में करीबन संतरे की 6000 प्रजातियां पायी जाती हे। 

5. संतरा हमारे लिए स्वास्थ्यवधर्क होता हे। 

6. संतरे में एंटीओक्सिडेंट भरपूर मात्रा में पाया जाता हे। 

7. भारत में सबसे ज्यादा सतरे का उत्पादन नागपुर शहर में होता हे। 

8. संतरे का पेड़ करीबन 30 फिट तक का होता हे। 

9. ज्यादातर लोग संतरे का ज्यूस निकालकर पीना पसंद करते हे।

संतरा खाने के फायदे 

1. स्वस्थ आँखों के लिए

   संतरा आँखों के लिए बहोत ही फायदेमंद होता हे। संतरे में विटामिन सी का अच्छा स्त्रोत होता हे जो आँखों को स्वस्थ और आँखों की समश्याओ को कम करने में मदद करता हे। 

2. वजन घटाने के लिए

    संतरा वजन घटाने के लिए लाभदायक फल कहा जाता हे। संतरे में उच्च फाइबर और विटामिन सी वजन घटाने काफी मददगार होते हे। क्युकी फाइबर आपको जल्दी भूख नहीं लगने देता और विटामिन सी ग्लूकोज को ऊर्जा में परिवर्तन कर देता हे।

 

3. पाचन और कब्ज के लिए

     संतरे में फाइबर की अच्छी मात्रा होती हे जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाता हे। और कब्ज जैसी पेट सबंधी समश्याओ को दूर करने का काम करता हे। फाइबर स्टूल को नरम बनाकर मल त्याग की प्रक्रिया को सरल करता हे जिससे कब्ज की बीमारी काफी हद तक कम हो जाती हे। 

4. त्वचा को स्वस्थ बनाने के लिए

     संतरे में विटामिन सी की मात्रा अधिक होती हे। जो एंटी एजिंग व् युवी प्रोटेक्शन के साथ त्वचा को स्वस्थ रखने का काम करता हे। इसके लिए आपको अपनी डाइट में रोजाना संतरे का ज्यूस शामिल करना होगा।

संतरा खाने के नुकशान

1. दांत ख़राब होना

    हद से ज्यादा संतरा खाने से दांत ख़राब हो सकते हे। दांतो को सुरक्षा देने वाली एनेमल परत को नुकशान पहुंच सकता हे। क्योकि संतरे में एसिड अधिक होता हे। जो दांतो के एनेमल में मौजूद कैल्शियम के साथ मिलकर रिएक्शन करते हे। इससे धीरे धीरे दांत ख़राब होने लगते हे। 

2. एसिडिटी की समस्या 

     संतरा में एसिड अधिक मात्रा में होता हे अगर आप संतरे का सेवन अधिक मात्रा में करते हे तो आपको एसिडिटी की परिशानी हो सकती हे। एसिडिटी होने पर आपको सीने में और पेट में जलन होने लगती हे। अगर आप एसिडिटी की परिशानी से बचना चाहते हे तो संतरे का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।

3. पाचन क्रिया की समस्या

    अगर आप संतरे का ज्यादा सेवन करते हे तो आपको पाचन सबंधी समस्या हो सकती हे। क्युकी संतरे में फाइबर की अधिक मात्रा होती हे जो हमारे शरीर के लिए काफी अच्छा होता हे मगर आप ज्यादा संतरे खाते हे तो फाइबर आपके पेट के सबंधी समश्याओ को बढ़ा सकता हे। संतरा के अधिक सेवन से पेट में ऐठन, दस्त, अपच जैसी परिशानिया हो सकती हे। 

संतरा फल की खेती

  

Orange Farming In Hindi

 

   किसी भी किसान के लिए जलवायु खेती का बहुत अहम हिस्सा होता हे। संतरे की बागबानी के लिए 17 से 20 डिग्री तापमान अनुकूल माना गया हे। किसी भी फल के बागबानी के लिए मिटटी में उपजाऊपन होना बहोत जरुरी हे। संतरे का पौधा रोपण के लिए समय गर्मी में जून से जुलाई तक और ठण्ड में फरवरी से मार्च तक का महीना सबसे अच्छा होता हे। संतरे के पौधे लगाने से एक महीने पहले खेत में गद्दे गोद लेने चाहिए। और गद्दे में गोबर खाद्द्य डालकर पौधे रोप देने चहिए। 

     पौधा रोपने के बाद सिंचाई कर दिनी चाहिए। फिर सिंचाई सीजन के हिसाब से करनी चाहिए। सर्दी के मौसम में दो हप्ताह में सिंचाई करनी चाहिए और गर्मी के मौसम में एक हप्ताह के अंतर्गत सिंचाई कर देनी चाहिए। फलो को अच्छी बुद्धि के लिए सिंचाई की खुबज आवश्यकता होती हे। संतरे के पोधो में कई तरह के रोग देखने को मिल जाते हे इसलिए रोजाना पोधो की देखभाल करनी चाहिए। 

     संतरे का उचित आकार तथा आकर्षित रंग होने पर फल टुटाई के लिए तैयार हो जाते हे। किस्म के आधार पर फल मध्य जनवरी से मध्य फरवरी के महीने में तैयार हो जाते हे। संतरे की टुटाई उचित समय पर ही करे।

अक्शर पूछे जाने वाले सवाल

1. एक दिन में कितने संतरे खाने चाहिए ?

एक दिन में औसतन दो संतरे का सेवन आपकी सेहत के लिए लाभकारी होता हे। 

2. भारत में सबसे ज्यादा संतरे का उत्पादन किस राज्य में होता हे ?

भारत में सबसे ज्यादा संतरे का उत्पादन नागपुर शहर में होता हे। 

3. संतरे का सबसे अधिक उत्पादन कहा होता हे ?

संतरे का अधिक उत्पादन ब्राजील में होता है। 

4. दुनिया में संतरे की कितनी प्रजातियां पायी जाती हे ?

दुनिया में संतरे की करीबन 6000 प्रजातियां पायी जाती हे। 

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 ” यह पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद “