हेलो दोस्तों आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार। तो आज हम इस आर्टिकल में बात करने वाले हे अनानास के बारे में जानकारी, अमेज़िंग फैक्ट्स, फायदे और नुकशान, खेती और Faq तो उम्मीद हे की आपको यह हमारा आर्टिकल पसंद आयेंगा। तो चलो देखते हे अनानास के बारे में।
अनानस के बारे में जानकारी
अनानास एक ऐसा फल हे जो खट्टा मीठा और स्वादिस्ट होता हे। जिसका ज्यूस बनाकर ज्यादा इस्तेमाल किया जाता हे। इस फल का बाह्य आवरण रहे रंग का कांटेदार होता हे। आंतरिक वातावरण पिले रंग का होता हे। यह मूल रूप से दक्षिणी ब्राजील का फल हे। और यह भारत में असम, त्रिपुरा, मेघालय, केरल, बंगाल, गोवा, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, ओडिसा, बिहार और आंध्र जैसे राज्यों में देखने को मिल जाता हे। जो अपने स्वास्थ्यवर्धक गुणों के लिए काफी मशहूर हे।
अनानास में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते होते हे जो एनर्जी से भरपूर होते हे। जो शरीर को इस्टेंट एनर्जी देता हे। इस फल में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता हे। इसके अलावा B6 और A भी अनानास में मिलता हे। अन्य फलो जैसे मेग्नेशियम, पोटैशियम और आयरन जैसे मिनरल्स भी पाए जाते हे। यह फल शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाने और शरीर को ऊर्जा प्रदान करने का काम करता हे।
अनानास के बारे में अमेजिंग फैक्ट्स
1. अनानास में मौजूद डाइजेक्टिव एंजाइम ब्रोमलेन भोजन को पचने में मदद करता हे।
2. एक कप ताजे अनानास में करीबन 85 कैलोरी होती हे।
3. दुनिया में सबसे स्वादिस्ट अनानास किस्म अबाकक्सी अनानास हे।
4. अनानास दुनिया का तीसरा सबसे महत्वपूर्ण उष्णकटिबंधीय फल हे।
5. अनानास की उत्पति दक्षिण ब्राजील में हुई थी।
6. दुनिया में अनानास का सबसे बड़ा उत्पादक कोस्टा रिका हे।
7. अनानास में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता हे।
8. अनानास फल का ज्यादातर ज्यूस के लिए उपयोग किया जाता हे।
9. अनानास एक ऐसा फल हे जो रोग प्रतिकारक श्रमता बढ़ाता है।
10. अनानास शरीर के लिए बहोत फायदेमंद फल कहा जाता हे।
अनानास खाने के फायदे
1. स्वस्थ आँखों के लिए
विटामिन ए में समुद्र होने के कारण अनानास आँखों की स्वास्थ्य को बनाये रखने और चकत्तेदार अध्: पतन से बचाव करने के लिए काफी फायदेमंद हे।
2. हड्डियों के लिए
अनानास का ज्यूस हड्डियों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता हे। क्युकी इसमें मिनरल्स और विटामिन के गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हे। जो हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए मदद करते हे। आप अपनी हड्डियों की मजबूती के लिए अनानास का सेवन कर सकते हे।
3. पाचन क्रिया के लिए
अनानास एक ऐसा फल हे जिसमे फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता हे। जो हमारे शरीर की पाचन क्रिया को सुधारता हे। इसलिए अनानास का सेवन करना शरीर के लिए बहोत फायदेमंद साबित होता हे।
4. रोग प्रतिकारक शक्ति
अनानास का सेवन करने से रोग प्रतिकारक शक्ति बढ़ती हे। क्युकी इसमें विटामिन सी और एंटी ऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पायी जाती हे। जिससे रोगप्रतिकारक श्रमता बढ़ती हे।
5. कैंसर के लिए
कैंसर के बचाव के लिए अनानास का सेवन एक अच्छा उपाय हो सकता हे। क्योकि अनानास में पाए जाने वाले विटामिन सी कैंसर से बचाव करने में मदद करता हे।
6. वजन घटाने के लिए
वजन घटाने के लिए अनानास का ज्यूस बहोत फायदेमंद माना जाता हे। क्युकी अनानास में कैलोरी की मात्रा कम होती हे जो वजन वजन घटाने में मदद कर सकती हे।
अनानास खाने के नुकशान
1. ब्लड शुगर
ब्लड शुगर के मरीज हे तो अधिक मात्रा में अनानास का सेवन न करे। अनानास का अधिक सेवन ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता हे। अनानास में नेचुरली शुगर की मात्रा अधिक होती हे जो शरीर का शुगर लेवल बढ़ा सकती हे।
2. दांत दर्द
अनानस प्राकृतिक रूप से बहोत मीठा होता हे। और अधिक मीठा दांतो के लिए दर्दनाक हो सकता हे। अधिक अनानास खाने से दांतो में दर्द और सडन की शमश्या हो सकती हे।
3. गर्भवती महिलाओ
गर्भवती महिलाओ को अनानास का सेवन नहीं करना चाहिए। क्युकी इसमें गर्भपात का खतरा बढ़ सकता हे।
4. अन्य समश्याए
अधिक मात्रा में अनानास का सेवन करने से कई लोगो को मुँह में खुजली, जीभ में सूजन, खांसी और पेट दर्द जैसी समश्याए होने लगती हे। इसलिए अनानास का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।
अनानास की खेती
अनानास की खेती में अच्छी जल निकासी वाली बलुई दोमट मिटटी की आवश्यकता होती हे। अनानास के पौधे 20 डिग्री तापमान पर ही अंकुरित होते हे। अनानास की खेती के लिए बरसात का मौसम सबसे उपयुक्त होता हे। सिंचाई की पर्याप्त सुविधा होने पर जनवरी से मार्च और मई से अगस्त के बिच इसकी खेती की जा सकती हे। अनानास की रोपाई इसके फल के कलम से की जाती हे। अनानास की रोपाई होने के बाद इसके पौधे को पर्याप्त नमि की जरूरत होती हे 15 दिन के बाद सिंचाई करते रहे। और इसके लिए ड्रिप सिंचाई सही उपाय हे। पौधे की बढ़वार के लिए यूरिया की उचित मात्रा दे।
वैसे तो अनानास में बहोत कम रोग दिखने को मिलते हे मगर अच्छी पैदावार लेने के लिए पौधे को रोजाना देखते रहना चाहिए। क्युकी इसमें जड़ गलन रोग, काला धब्बा जैसे रोग आ जाते हे।
अनानास के पौधे रोपाई के करीबन 18 से 20 महीने बाद फल देने के लिए तैयार हो जाते हे। अनानास का एक पौधा एक ही फल देता हे। जब इसके पोधो में लगने वाली पत्तिया पिली दिखाई देने लगती हे तब इसके फलो की तोड़ाई कर लेनी चाहिए। फलो की तोड़ाई बाद इन्हे एकत्रित करके इन्हे बाजार बेचने के लिए भेज देना चाहिए।
अक्शर पूछे जाने वाले सवाल
1. क्या रात में अनानास का सेवन करना चाहिए ?
⇨ हा रात में अनानास का सेवन किया जा सकता हे। अनानास मेलाटोनिन सीरम का प्राकृतिक स्र्तोत हे जो अच्छी नींद के लिए सहायक हो सकता हे।
2. अनानास की तासीर कैसी होती है ?
⇨ अनानास की तासीर ठंडी होती है।
3. अनानास फल कहा से आया हे ?
⇨ अनानास फल दक्षिण ब्राजील से आया हे।
4. अनानास के पौधे पर कितने फल लगते है ?
⇨ अनानास के पौधे पर एक ही फल लगता हे
5. दुनिया में अनानास का सबसे बड़ा उत्पादक कौन हे ?
⇨ दुनिया में अनानास का सबसे बड़ा उत्पादक कोस्टा रिका हे।
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” यह पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद “