शाम पर शायरी | Shaam Shayari In Hindi

Shaam Shayari In Hindi

शाम शायरी

 

 हर शाम सुहानी क्या बताऊ तुम्हे 

बड़े ही नजाकत से मिला हु तुम्हे 

अपनी आशिकी पर बेजुबानी किस्से 

जब हार कर भी हर बार जितना हे तुम्हे। 

 

मुझको अहसास हे तुमको अहसास हे 

शाम भी ख़ास हे वक्त भी ख़ास हे 

इस से ज्यादा तुजे रब से क्या चाहिए 

में तेरे पास हु तू मेरे पास हे। 

हर शाम इन्तजार रहा बस एक शाम का 

मगर वो शाम किसी शाम भी 

न आयी। 

पंख लगाकर उड़ जाये ये शाम 

तुम आओ तो 

मिलो लम्बी रात सिमट कर

पल दो पल हो जाये। 

कब तक शोर करेंगे ख्वाबो के पंछी 

पलकों पर शाम ढलेंगी और 

सन्नाटा शाखों पर हो जाएगा। 

 

shaam Shayari In Hindi

सूरज भी अब छुपने लगा हे 

शाम का ये खूबसूरत समां हे 

अँधेरा हो चला हे पर तू न जाने 

कहा घूम रहा हे। 

 

 

जब रंग बदला आज ढलती 

हुई शाम ने 

तो मुझे बदले हुए लोगो की 

बहोत याद आयी। 

मिलने का वादा करू जब में शाम

 होने पर इश्क वो हे

और वो दिन भर सूरज का होने का 

अफ़सोस करे। 

 

Shaam Shayari 2022

 

Shaam Shayari Image

 

एक शाम जाती हे तेरी याद लेकर 

एक शाम आती हे तेरी याद लेकर 

हमें तो उस शाम का इंतजार हे 

जो आये तुम्हे साथ लेकर। 

डूबते सूरज को इस तरह वो रोज 

देखता हे 

काश में किसी शाम का मंजर होता। 

 

 

उस की जुदाई लिखी मेरे नसीब थी 

जो मासूम सी लड़की मेरे करीब थी 

सवरती थी शामों को मेरी खातिर 

मुझ से बिछड़ने वाली लड़की अजीब थी। 

काँटों में ही गुलाब खिला करते हे 

आंधी में ही दिए जला करते हे 

खुशनसीब होती हे वो शाम 

जिसमे आप जैसे लोग मिला करते हे। 

 

Shaam Shayari 2022

 

मुस्कान अधूरी लगती हे एक दर्द 

छुपा हो सीने तो 

जाने क्यों बिन तेरे मुझको हर 

शाम अधूरी लगती हे। 

नजरो से उतर जाते हे शाम तक सुबह की 

इतने समजोतो पे जीते हे की 

मर जाते हे। 

 दिल कुछ बात कर रहा हे 

इस शाम की तन्हाई से इस शाम

की गहराई से 

जरा समझो इन फिजाओ की चुभन को 

शायद तुम्हे कोई दिल से 

याद कर रहा हे। 

 

गुड इवनिंग शायरी

काश ये शाम मोहब्बत की रुके ना 

काश ये शाम कभी ढले ना 

हो जाए आज दिल की सारी चाहते पूरी 

और दिल की कोई चाहत बचे ना। 

 

Best Shaam shayari In Hindi

 

Shaam Shayari 2022

 

कितना अजीब हे जिंदगी का 

फलसफा भी 

शामे कटती नहीं और साल 

गुजरते चले जा रहे हे। 

सूरज के ढलने का सुबह से 

इंतजार रहता हे 

मानो जैसे यह शाम आप को 

साथ लाने वाली हो। 

 

कुछ शर्ते लेकर आती हे जिंदगी 

की हर सुबह 

और जिंदगी की हर शाम कुछ 

तजुर्बे देकर जाती हे। 

 

मंज़र शायरी

तेरी याद दिलाती हे मुझे तेरी 

मासूमियत 

शाम की यह सुहानी हवा तेरी 

और खींच जाती हे। 

 

Shaam Shayari

 

तेरा नाम मेरे नाम के साथ अच्छा लगता हे 

जैसे कोई खूबसूरत सुबह जुडी हो 

किसी हसीन शाम के साथ। 

 

 प्यार में छलकता हुआ जाम हो तुम 

फिजा में महकती हुई शाम हो तुम 

सीने में छुपाये फिरते हे हम यादे तुम्हारी 

इसलिए मेरी जिंदगी का दूसरा नाम हो तुम। 

ऐसी भी कोई शाम आ जाये 

काश हमारी किस्मत में 

एक चाँद फलक पर निकला हो 

एक छत पर आ जाये। 

 

शाम पर कविता

अब मुझे प्यार के अंजाम से डर लगता हे 

रोज ढलती हुई शाम से डर लगता हे 

जब से तुमने मुझे धोखा दिया 

तब से मोहब्बत के नाम से भी डर लगता हे। 

 

Sham Shayari In Hindi

 

Shaam Par Shayari

 

ज़रा शाम होने दो अभी सूरज नहीं डूबा 

में खुद ही लौट आऊंगा मुझे 

नाकाम होने दो। 

 

( ये पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद )