Payal Shayari In Hindi
आपके पायल की आवाज सुनने को
परीशान हु में आशिक
और आपको धीरे धीरे चलने की आदत हे।
कसूर कम नहीं हे छनकती पायलो का
पर इश्क में जान देने का दस्तूर
अब नहीं हे।
माँ बाप के अलावा छुए तो नहीं कभी
किसी के पाँव लेकिन
वो पायल बांधने को बोलेंगी तो
झुक जाऊंगा में।
ये मेरे दिल का शोर हे
रुनझुन नहीं पायल की
जैसे मिलने को आतुर एक दूजे से
दोनों पेरो की पाजेब हे।
वो आवाज शोर मचा गई थी हमारे
दिल की वीरान गलियों में
एक पायल की छमक गुंजी तो पता चला
की वो लौट कर आ गई थी।
न सुनाया करो
आप अपने पायल की जणकार
हमारे दिल में हमेशा आपकी यादो के
घुंघरू बजते हे।
Payal Shayari Image
वो पेरो में पायल पहन के
चलती हे
और कहती हे हमें शोर
पसंद नहीं।
क्यों न कोई उस पर फ़िदा
खूबसूरत हे उसकी हर एक अदा
उसके पैरो की सादगी मत पूछो यारो
बस एक काले धागे ने ही कहर बरसा।
इस दिल के होश उड़ाने के लिए
उनकी चाल ही काफी थी
अब तो हद हो गई जब से वो पाव में
पायल पहनने लगे।
आहट लाती हे जब उनके आने की
तब उनके पायल की आवाज
मदहोशी लाती हे।
तुम जब जब चलती हो ना
मेरे दिए हुए पायल को पहन कर
तब तब मेरे दिल की धड़कने
तेज से धड़क उठती हे।
Payal Par Shayari 2022
बड़ा अजीब सा सितम करती हे
ये तेरी पायल भी
पेरो में तेरी रहती हे
पर आवाज पर मुझे लगाती रहती हे।
अब हमारा कोई रिश्ता भले ही न हो
पर आज भी वो मेरी दी हुई
पायल अपने पैरो में पहनती हे।
उसके कदमो में दिल बिछा दिया
उसके पैरो में पायल डालकर
कुछ इस तरह से हमने उसको
अपने दिल का हाल बता दिया।
वो तेरे पायल वाले पाँव और
महेंदी वाले हाथ
याद बहोत आते हे तू और
अपना गांव।
खरीद लाया सबसे छुपकर पायल में
उसके चहेरे पर ख़ुशी देखने
वो क्या सोचेंगी मेरे बारे में
पायल देने से पहले में पायल तालाब में
फेंक आया।
सीने से लगालो आंचल की तरह
भटकते रहे बादल की तरह
गम के रास्ते में न छोड़ ना अकेले
वरना टूट जायेंगे पायल की तरह।
सबको पागल बना रख्हा हे
उसके पैरो की एक पायल ने
खुदा का शुक्र हे की उसने दोनों
पैरो में पायल नहीं पहनी।
अकड़ कर चलने वाला लड़का दुनिया
के सामने
जब झुक कर तुम्हारी पायल बांधे
तो समझो इश्क हे।
अपनी पायल उतारकर आया करो
मेरे ख्वाबो में
तुम्हे पता नहीं तेरी पायल की जँकार से
मेरा पूरा महोल्ला रात भर जगा रहता हे।
Best Payal Shayari In Hindi
मोहब्बत के काबिल क्या हुई
साहिबा की उम्र
उसकी पायल भी इश्क का
रंग लेने लगी।
आँखे बंध कर दी हमने उनको
गुजरते देखा तो
पायल की जँकार क्या उठी आँखों ने
बगावत कर दी।
मेरी दिलरुबा ने लगवाए थे पायल बेचकर
मेरी गिटार में तार
अब तारो को छेदता हु तो उसमे से
छम छम की आवाज आती हे।
हम निकले तो हे जिंदगी की पायल
पहनकर क्या पता कब जनके
क्या पता कब टूट कर बिखर जाये।
तोहफे में तुम्हारे लिए पायल लेके आऊंगा
इस बार मिलने आऊंगा
जब तू चलेंगी पहनकर तो मेरा इश्क
छम छम गूंजेंगा।
( ये पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद )