Nafrat Shayari , Nafrat Shayari In Hindi , Nafrat Shayari Image , Nafrat Shayari 2022 , Nafrat Par Shayari , Best Nafrat Shayari
Nafrat Shayari In Hindi
हमें बुरा लगेंगा
नफरत मत करना हमसे
बस प्यार से कह देना तेरी जरूरत
नहीं हे।
अपने ही किरदारसे नफरत हो
जाएँगी तुजे
अगर में तेरे ही अंदाज में
तुजसे बात करू तो।
मुझे नफरत करने वालो से
शिकवा नहीं हे
शिकवा तो मुझे मुझसे झूठी
मोहब्बत करने वालो से हे।
सलामत रखना ये खुदा उन्हें
जो हमसे नफरत करते हे
प्यार न सही नफरत ही सही कुछ तो हे
जो वो सिर्फ हमसे करते हे।
उस मोहब्बत से मुझे नफरत हे
जो मोहब्बत मेने कभी तुजसे की थी।
शौख से करे जो लोग मुझसे नफरत करते हे
में भी हर शक्श को अपनी मोहब्बत
के काबिल नहीं समझता।
तेरी औकात से ज्यादा तुजे
प्यार किया था
अब बात नफरत की हे तो
नफरत ही सही।
जो नहीं थे हमारी नफरत के भी लायक
हम उन्ही से बेशुमार प्यार
कर बैठे।
Nafrat Shayari Image
जमाना हे मतलबी
नफरतो का कहर हे
ये दुनिया दिखती शहद हे
पिलाती जहर हे।
जिंदगी में न मिलेंगे कभी तुजसे
क्योकि अब उन राहो से भी
हमें नफरत हे।
हमसे प्यार करो हमें बर्बाद करना हे तो
नफरत करोंगे तो खुद बर्बाद
हो जाओंगे।
खुद को जलाता हे नफरत कर इंसान
दिखावे की हसी चहरे पर
दिखाता हे।
मेरी किसी भी हसरत के नहीं हो
अब तुम हिस्सा
तुम काबिल हो तो बस नफरत के।
नफरत होने लगी तेरे हर एक अक्श से
कुछ इस कदर हमें खुद से
मोहब्बत होने लगी।
तुजसे बेशक मोहब्बत थी पर
अब नफरत कई ज्यादा हे
भरोसा था तुज पर अब
शक कई ज्यादा हे।
किस पर भरोसा करू समज नहीं आता
यहां तो नफरत भी करते हे
प्यार की तरह।
Nafrat Shayari 2022
इस बेवफा शहर में क़त्ल तो जालिम हे
जिसे देखो दिल में नफरत
लिए फिरता हे।
हर किसी को नहीं आता नफरत करना
ये तो बस प्यार में जख्मी लोगो
का काम हे।
फुरसत नहीं मिली दोस्तों मोहब्बत करने से
वरना हम करके दिखाते नफरत
किसको कहते हे।
न कम हुआ मेरा प्यार न उनकी नफरत
अपना अपना फर्ज था दोनों
अदा कर गए।
गुरुर जब टूटता हे इश्क में वफ़ा का
तब सबसे ज्यादा नफरत
खुद से ही होती हे।
यकीन नहीं दिलाना पड़ता दुनिया को
नफरत का
मगर लोग मोहब्बत का सबूत
जरूर माँगते हे।
डिजिटल नफरत करते हे आज
कल वो हमसे
हमें ऑनलाइन देखते ही
ऑफलाइन हो जाते हे।
अब कभी कोई और नहीं होगा इस
टूटे दिल में
तुमसे नफरत के बाद अब कोई
दिदार नहीं होगा।
Nafrat Par Shayari
तेरा यु पलट जाना देख कर उसको
नफरत बता रही हे तूने
मोहब्बत गजब की कीथी।
तेरी नफरत भी सर आँखों पर
हक़ से दे तो
खैरात में तो तेरी
मोहब्बत भी मंजूर नहीं।
उसे क्या डराओगे नफरत से
जिसे मोहब्बत से ज्यादा नफरत ही
मिली हो।
कमाल का हुनर रखते हे मुझसे
नफरत करने वाले
मुझे देखना भी नहीं चाहते और
मुज पर नजर भी रखते हे।
मिलने का मजा ही नहीं आता अगर
नफरत दिल में हो तो
वो आज भी मिलता हे पर दिल कही
और छोड़ आता हे।
नफरत के लिए वजह चाहिए
होती हे जनाब
प्यार होने के लिए तो बस एक
मुस्कान ही काफी होती हे।
( ये पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यवाद )