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Neend Shayari In Hindi
सोना नहीं हे दोस्त आँखों में नींद बहोत हे
यही समय हे कुछ करने का
इसे खोना नहीं हे
मलाल सी कुछ बाते हे
ये निकल क्यों नहीं जाती
में थक तो जाता हु
पर नींद क्यों नहीं आती मुझे।
बिना कुछ कहे कैसे तुमको
नींद आ जाती हे
हमको तो नींद में भी तुमको कुछ
कहना होता हे।
दिलो की महफ़िल में नींद भी नीलाम
हो जाती हे जनाब
किसी को भूल के सो जाना इतना
आसान नहीं होता।
मेरी आँखों से नींद में आंसू गिरते हे
जब तुम ख्वाबो में मेरा हाथ
छोड़ देते हो।
गजब की चीज हे नींद भी अगर
आये तो सब कुछ भुला देती हे
और न आये तो सब कुछ
याद दिला देती हे।
आती होंगी तुम्हे तो नींद सुकून से
क्योकि तुमने तो अलविदा भी
मुस्कुराके किया था ना।
हम भी सो जायेंगे हमे भी नींद आ जाएँगी
अभी कुछ बेकरारी हे सितारों तुम
तो सो जाओ।
Neend Shayari Image
तेरे साथ बात करके जिसको नींद आती थी
सोच वो कैसे सो सकेगा तेरे
रूठ जाने के बाद।
एक साथ न जाने आँखों में कितने आंसू आते हे
नींद तब उड़ जाती हे जब उनका
ख्याल आ जाता हे।
पूरी जिंदगी जाग कर गुजार दू तेरी खातिर
एक रात तो क्या
बस एक बार तू ये कहकर तो देख
मुझे तेरे बिना नींद नहीं आती।
हमसे सुलह कर ले नींद से कहो
वो दौर चला गया जिसके लिए
हम जगा करते थे।
चैन की नींद जिसकी वजह से आती थी
उसी की वजह से रात भर सोये
नहीं जाता।
आने लगी हे नींद आँखों में
रात की घटा छाने लगी हे
हर तरफ बह रही हे हवा
कोई प्यारा सा गीत गाने लगी हे।
कुछ ज्यादा ही होने लगा हे मुझे
नींद का शौख
तेरे ख्वाब न देख लू तो अगला
दिन गुजरा नहीं होता।
तेरे यादो में रात भर जागना भी कबूल हे
तेरे अहसासों में जो सुकून हे
वो नींद में कहा।
Neend Par Shayari
क्या शिकवा नींद से तो
रात भर कसूर उस चहेरा का हे
जो सोने नहीं देता।
वक्त हो गया सूरज उगने का
फूल खिलने का भी वक्त हो गया
मेरे दोस्त मीठी नींद से जागो
सपने हकीकत में लाने का वक्त हो गया।
नींद नहीं आती यु खाली पलके जुका देने से
सोते वही लोग हे जिसके पास
किसी की यादे नहीं होती।
पूछते हे नींद चुराने वाले की सोते क्यों नहीं
इतनी ही फ़िक्र हे तो हमारे
होते क्यों नहीं।
कल रात नींद की गोलिया भी कहने लगी
हम इंसानो पर काम करते हे
आशिको पर नहीं।
तेरी आदत बन गई हे मुझे
रुला के सोना तो
जिस दिन मेरी आँखे न खुली
तुजे उस दिन नींद से नफरत हो जाएँगी।
उन्ही को मालूम जिन्हे नींद नहीं आती
सुबह होने में कितने जमाने
लगते हे।
अब भी बहोत आती हे नींद मुझे मगर
जिन्मेदारिया समजा बुजा के
उठा देती हे।
Neend Shayari 2021
किसी की गोद में सर रखकर मत सोना
क्योकि जब वे छोड़ते हे
तो रेशम के तकिये पर भी नींद नहीं आती।
जब से नींद खुली हे
दुःख रही हे मेरी आँखे
न जाने कोन चल रहा हे रात भर
पलकों के किनारो पर।
एक बार करके तो देख
करवट में क़त्ल नींद का
तू भी कभी मेरा इन्तजार
कर के देख।
आँखों से बिछड़ते देखा आज फिर नींद को
आज फिर याद कोई चोट
पुरानी आयी।
न बेचैनिया थी न करवटे
क्या गजब की नींद थी
मोहब्बत से पहले।
किसी पराये के साथ लगता हे
मेरी नींद का चक्क्रर चल रहा हे
सारी सारी रात गायब रहती हे।
( ये पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यवाद )