कीवी फल के बारे में अमेजिंग फैक्ट्स – Kiwi Fruit In Hindi

➤ हैलो दोस्तों आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार। तो आज में आपको इस आर्टिकल में बात करने वाला हु। कीवी फल के बारे में जानकारी, अमेजिंग फैक्ट्स, कीवी फल खाने के फायदे और नुकशान, कीवी फल की खेती और FAQ तो उम्मीद हे की आपको यह आर्टिकल पसंद आयेंगा। तो चलो देखते हे कीवी फल के बारे में।

कीवी फल के बारे में जानकारी

Kiwi Fruit In Hindi

 

➤ हलके भूरे रंग का चीकू सा दिखने वाला रोयेदार कीवी एक पहाड़ी फल है। कीवी एक विशेष प्रकार का स्वादिष्ट फल होता है। कीवी अपने सुंदर रंग के लिए लोगो में अधिक पसंद किया जा रहा है। कीवी फल बहार से भूरा और अंदर से मुलायम व् हरे रंग का होता है। इसके अंदर काले रंग के छोटे-छोटे बीज होते हे। जिन्हे खाया जा सकता हे। इसका स्वाद बहोत मीठा होता हे। यह फल बाजार में आसानी से मिल जाएगा। इस फल का वैज्ञानिक नाम एक्टीनिडिया डेलीसिओसा हे। यह फल सबसे पहले चीन में उगाया जाता था। जहा से यह न्यूजीलैंड पंहुचा और आज विश्व भर में इसकी कई किस्मे है। 

 

➤ ये एक ऐसा फल हे जो पुरे साल उपलब्ध रहता है। आप किसी भी सीजन में कीवी खा सकते है। कीवी पोषक तत्वों से भरपूर होता हे जैसे की विटामिन सी, पोटेशियम, फोलिक एसिड, फाइबर, विटामिन ई, पॉलीफैनोस, कैरोटिनॉयड आदि पोषक तत्व पाए जाते है। जो हमारे शरीर के लिए बहोत ही फायदेमंद होते है।

 

कीवी फल के बारे में अमेजिंग फैक्ट्स

 

➤ कीवी फल को चाइनीज गूजबेरी के नाम से भी जाना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम एन्टीनिडिया डेलीसिओसा हे।

➤ कीवी में मॅल्युटिन पाया जाता हे जो हमारी त्वचा और टिस्यू को स्वस्थ रखता है।

➤ कीवी चीन का राष्ट्रिय फल माना जाता है।

➤ क्या आपको पता हे रोजाना कीवी का सेवन करने से हार्टअटैक का खतरा बहोत ही कम हो जाता है।

➤ कीवी में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती हे जिससे ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है।

➤ कीवी फल रोग प्रतिरोधक श्रमता के लिए लाभकारी होता है।

➤ कीवी में फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है जिसका अधिक सेवन करने से पेट दर्द और पेट फूलना जैसी समस्या हो सकती हे।

 

कीवी फल खाने के फायदे

 

1. डायाबिटीज के लिए

➤ डायाबिटीज के मरीजों के लिए कीवी का सेवन बहोत फायदेमंद होता है। कीवी में मौजूद गुण डायाबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में फायदेमंद माने जाते हे। डायाबिटीज के मरीज डॉक्टर की सलाह लेकर रोजाना कीवी का सेवन कर सकते हे।

2. आँखों के लिए

➤ कीवी फल के सेवन से आँखों की रौशनी बढ़ने में भी मदद मिलती हे। आँखों की सेहत के लिए कीवी बहोत गुणकारी माना जाता है।

3. त्वचा के लिए

➤ कीवी का सेवन सिर्फ स्वास्थ्य ही नहीं बल्कि त्वचा के लिए भी लाभकारी हे। दरअसल इसमें विटामिन सी हे जो जरुरी एंटीऑक्सीडेंट हे। यह त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों और प्रदुषण के कारण होने वाले नुकशान से बचा सकता हे। त्वचा की बनावट में सुधार कर सकता हे। साथ ही त्वचा को रिंकल फ्री, जवां और खूबसूरत बना सकता हे।

4. पाचन और कब्ज के लिए

➤ कीवी खाने से पाचन तंत्र से जुडी समस्याओ में बहोत फायदा मिलता हे। कीवी में फाइबर भरपूर मात्रा में होता हे फाइबर पाचन तंत्र को हेल्दी रखने के लिए बहोत फायदेमंद माना जाता हे और जो कब्ज की समस्या से जुज रहे हे उनके लिए भी कीवी खाना बहोत फायदेमंद है।

5. सही वजन के लिए

➤ वजन संतुलन के लिए भी कीवी खाना फायदेमंद है। स्वस्थ रहने के लिए और वजन को संतुलित रखने के लिए कीवी फल को स्नैक्स के तौर पर अपने आहार में शामिल कर सकते हे।

 

कीवी फल खाने के नुकशान

 

➤ कई लोगो में कीवी का अधिक सेवन करने से ओरल एलर्जी सिंड्रोम होने की सम्भावना भी बढ़ जाती हे। इसमें मुँह, होठ और जीभ में सूजन हो जाती हे।

➤ अगर आपको गेस्ट्राइटिस या पाचन से सबंधित कोई परिशानी हे तो कीवी न खाये क्योकि कीवी में मौजूद एसिड इस समस्या को बढ़ा सकता हे। साथ ही इसकी वजह से चककर आने, उल्टी और डायरिया की समस्या पैदा हो सकती हे।

➤ जिन लोगो को किडनी की समस्या हे उन्हें कीवी फल से परहेज करना चाहिए। दरअसल कीवी में पोटैशियम मौजूद होता हे जो किडनी की बीमारी में नुकशान पहुंचाता है।

➤ गर्भवती महिलाओ को भी कीवी का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके सेवन करने से पहले डॉक्टर की राय जरूर ले ले।

 

कीवी फल की खेती के बारे में जानकारी

kiwi In Hindi

 

1. उपयुक्त जलवायु

➤ कीवी ठंडी जलवायु का पौधा हे। इसकी खेती ज्यादातर ठंडे स्थानों पर की जाती हे। जहा पर सर्दियों के मौसम में 6 से 7 डिग्री सेल्सियस तापमान रहता हे। वही गर्मियों में भी 35 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा नहीं हो। ज्यादा गर्म स्थान कीवी की खेती के लिए सही नहीं माना जाता है।

2. उपयुक्त मिट्टी

➤ कीवी की खेती के लिए गहरी दोमट मिट्टी व् हलकी अम्लीय मिट्टी उपयुक्त मानी जाती हे। पौधा रोपण करने से पूर्व मिट्टी के PH मान की जांच अवश्य कर ले। इसके लिए मिट्टी का Ph मान 5-6 होना चाहिए।

3. कीवी की उन्नत किस्मे

➤ पुरे विश्व में कीवी की सैकड़ो किस्मे पायी जाती हे किन्तु भारत में कीवी की निम्न किस्मो का ही उत्पादन किया जाता हे। जिन्हे कलम या ग्राफ्टिंग विधि द्वारा तैयार करते हे। कीवी की उन्नत किस्मे जैसे की मोंटी, एलिसन, ब्रूनो, एबाट आदि किस्मे हे जिसमे से आपको अपनी बागबानी के लिए पसंद करना होता हे।

4. खेत की तैयारी

➤ सबसे पहले खेत में गहरी जुताई कर दे जुताई के बाद खेत में पानी लगा दे बाद में खेत को ऐसे ही छोड़ दे फिर पानी सुख जाने के बाद खेत को फिर से दो से तीन तिरछी जुताई कर दी जाती हे। इसके बाद खेत में पाटा लगाकर खेत को समतल कर दिया जाता हे।

➤ पौधो की रोपाई करने के लिए समतल भूमि में 5 से 7 मीटर की दुरी रखते हुए एक मीटर चौड़े और दो फिट गहरे गड्डे तैयार कर लिए जाते हे। तैयार किये गड्डो में जैविक खाद की पर्याप्त मात्रा को मिट्टी में अच्छे से मिलाकर गड्डो में भर दिया जाता हे। उसके बाद गड्डो को सिंचाई कर दी जाती हे। यह गड्डे पौधे रोपाई के दो से तीन माह पूर्व तैयार कर ले।

5. पौधा रोपाई

➤ कीवी फल के पौधे नर्सरी में तैयार किये जाते हे बाद में उसे खेत में रोपाई की जाती हे। खेत में पौधे रोपने के लिए सबसे पहले जो गड्डे हमने जैविक खाद से भरे थे उसमे छोटे गड्डे किये जाते हे और इस गड्डो में नर्सरी से लाये गए पौधे की रोपाई कर दी जाती हे। बाद में पौधे की चारो तरफ मिट्टी डालकर अच्छे से दबा देते हे। पौधा रोपाई के लिए उत्तम समय दिसंबर से जनवरी के महीने माना जाता हे।

6. सिंचाई

➤ कीवी के पौधे रोपाई के तुरंत बाद सिंचाई कर देनी चाहिए। और गर्मियों के मौसम में 3 से 4 दिन के अंतराल सिंचाई करनी चाहिए। और ठंड के मौसम में 8 से 10 दिन के अंतर्गत पानी देना चाहिए। और बारिश के मौसम में पौधो को जरूरत पड़ने पर पानी देना चाहिए। समय पर पौधो को सिंचाई न मिलने पर इसके फल की गुणवत्ता पर प्रभाव पड सकता हे।

7. रोग एव उपचार

➤ कीवी फल के पौधे में वैसे तो कोई ज्यादा विशेष रोग-किट नहीं लगते हे। लेकिन जड़ गलन का रोग पौधे में जलभराव की वजह से दिखाई दे सकता हे। इसके लिए पौधे की जोड़ो को बवि-सिस्टा की उचित मात्रा में चिंडकाव जलभराव समाप्त होने के बाद कर देना चाहिए। और पौधो की रोजाना देखभाल करते रहना चाहिए ताकि कोई रोग दिखे तुरंत ही उसका निवारण हो जाये।

8. फलो की तुड़ाई

➤ कीवी की फसल को तैयार होने में 4 वर्ष से भी अधिक का समय लग जाता है। जब इसके पौधो पर फूल आने शुरू हो जाते हे उसके 8 से 9 माह पश्चात् फल पककर तैयार हो जाते हे उस दौरान फलो की तुड़ाई कर ली जाती हे। कीवी फल पकने के बाद मुलायम और काफी आकर्षक सुनहरा दिखाई देता हे। फलो की तुड़ाई करने के बाद उसे अच्छे से बाजार भेज दिया जाता हे।

 

कीवी के बारे में अक्शर पूछे जाने वाले सवाल

 

1. भारत में कीवी फल कहा पैदा होता है?

➤ भारत में कीवी फल हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश की जलवायु के अलावा देश के पहाड़ी क्षेत्रों सिक्किम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक और केरल में भी इसका उत्पादन होता हे।

2. कीवी फल कितने रुपये किलो है?

➤ कीवी फल की किमंत करीबन 150 से लेकर 400 रुपये प्रति किलोग्राम तक होती हे।

3. कीवी फल सबसे पहले कहा उगाया गया था?

➤ कीवी फल सबसे पहले चीन में उगाया गया था उसके बाद वहा से न्यूजीलैंड पंहुचा और आज विश्वभर में इसकी कई किस्मे पायी जाती हे।

4. कीवी फल किस देश का राष्ट्रीय फल माना जाता है?

➤ कीवी चीन का राष्ट्रिय फल माना जाता है।

 

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