⇨ अपने जीवन में विश्वास शब्द बड़ा महत्वपूर्ण हे। और हर कोई विश्वास चाहता हे। विश्वास वह हे जिसके द्वारा हम किसी भी वस्तु, घटना या सिद्धांत को सत्य या असत्य स्वीकार करते हे। लेकिन आवश्यक नहीं की वस्तु या घटना के विषय में हमारा स्वीकार एव अस्वीकार सदैव प्रामाणिक हो। यह पारिस्थिति के अनुसार सत्य या असत्य हो सकता हे। सत्यता की समझ रखना ही विश्वास हे। अपने लक्ष या मंजिल को पाने के लिए मन में अटल विश्वास होना चाहिए। और उसी अटल विश्वास के साथ अपनी सच्ची श्रद्धा भक्ति और गुरु के बताये हुए मनुष्य ईश्वर की अनुभूति कर पाता हे।
⇨ दुनिया में हर एक रिश्ता विश्वास की नीव पर टिका हुआ होता हे। यानि की रिश्ते में विश्वास होना बहोत ही जरुरी हे। और जहा विश्वास होता हे वही प्यार होता हे। और जहा प्यार होता हे वही विश्वास होता हे। अगर आप अपने रिश्ते और प्यार को बचाना चाहते हे तो आपको विश्वास बनाये रखना होगा। क्योकि विश्वास एक रबर की तरह होता हे जो हर एक गलती के बाद छोटा होता हे।
⇨ दुनिया विश्वास पर टिकी हे। अगर विश्वास उठा तो ये दुनिया भी उठ जाएँगी। विश्वास सृष्टि की बुनियाद हे, श्रद्धा जीवन की नीव हे जीवन की इमारत श्रद्धा और विश्वास के मजबूत पायो पर ही खड़ी होती हे। विश्वास एक ऐसी चीज हे जो परिवार को आपस में बांध रखती हे। उसी विश्वास के आधार पर प्रत्येक सदस्य अपने कर्तव्यों की पूर्ति पूरी निष्ठां से करता रहता हे।
⇨ हमारी जिंदगी में जितनी भी चीजे होती हे उन सब के लिए भरोसे की जरूरत होती हे। फिर चाहे खुद पर विश्वास रखने की बात हो या फिर दूसरे पर। विश्वास के बल पर ही किसी काम को पूरा किया जा सकता हे। और अपनी मंजिल तक पहोचा जा सकता हे।
⇨ आत्मविश्वास का अर्थ होता हे स्वय पर विश्वास। किसी भी कार्य को करने के लिए व्यक्ति को स्वय पर विश्वास होना अति आवश्यक हे। क्योकि इस विश्वास के सहारे ही वह उस कार्य में सफलता प्राप्त कर सकता हे। आत्मविश्वास सफलता की सबसे बड़ी पूंजी हे। कुछ लोगो में आत्मविश्वास बचपन से ही होता हे जबकि कुछ लोगो में आत्मविश्वास समय के साथ उत्पन होता हे।
” यह पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद “