Lips Shayari In Hindi
ऐसे में शराफत का सवाल कहा
मेरे होठो के करीब हे होठ तेरे
करने दे जी भरके गुस्ताखियाँ
की अब इजाजत का सवाल कहा।
मुझे इस कदर भाती हे तुम्हारे
होठो पर मुस्कान
तुम्हारे चहेरे की हसी मेरे चहेरे पर
उतर आती हे।
किसी परदे में छिपा लिया करो
अपने हसीन होठो को
हम गुस्ताख़ लोग हे
नजरो से चुम लिया करते हे।
नशीली आँखे एक तो और ऊपर से
सुर्ख होठो पर लाली
अब करने लगे हो शायरी जान
लेंगी आप हमारी।
हर समां अपने आप ही रंगीन हो जाता हे
वैसे तो तुम्हे देखने से ही मन खुश हो जाता हे
डरता हु में तुम्हारे होठो को चूमने से
कही खरोच न लग जाये ये सोच के
कदम पीछे हो जाते हे।
तुम्हे राज की बात आओ बता दू
तेरे गुलाबी होठो को छूकर
बिताबा चाहता हु ये दिन और रात।
वो मुकाम आये खुदा करे की मोहब्बत में
किसी का नाम लू तो होठो पर
तुम्हारा नाम आये।
तेरे होठो को खूबसूरत बनाये
इजाजत हो तो
उदासी दूर कर इन पर प्यारी सी
मुस्कान लाये।
Lips Shayari Image
ये तेरी आवारा नथनी बहोत ही
शरारती हे
जेवर का बहाना बना के तेरे
होठो को चूमती हे।
तू कलम रखने की इजाजत तो दे
लिख दू किस्से तेरे होठो पर
स्याही बने तेरे होठो की लाली
कलम मेरे होठ तू लिखने की
इजाजत तो दे।
सब कुछ भूलकर बस तेरा होना चाहता हु
कभी बारिश में तेरे संग नहाना चाहता हु
बारिश की जो बुँदे तेरे होठो को भिगाये
उन्हें अपने होठो से छूकर मदहोश होना चाहता हु।
उसके होठो पर बिछडनेका नाम आया था
सहम सा गया में जुबान हिली ना
कलम चली।
मोहब्बत गुन गुनाती हे तेरे खामोश
होठो पर
तू मेरी हे में तेरा हु बस यही
आवाज आती हे।
होठो पे चिंगारी रखो आँखों में
पानी रखो
जिन्दा रहना हे तो तरकीबे बहोत
सारी रखो।
अब तेरी तलब लेकर आते हे मेरे
होठो पर लफ्ज भी
तेरे जिक्र से महकते हे तेरे
सजदे में बिखर जाते हे।
तेरे होठो को में और भी रसीला कर दू
मेरे होठो से तेरे होठो को गिला कर दू
तू इस कदर प्यार करे की प्यार की इन्तहा हो जाये
तेरे होठो को चूस कर तुझे और भी जोशीला कर दू।
इन गुलाबी होठो का राज बता दो
झील सी आँखों का ख्वाब बता दो
आँखों में तो इश्क नजर आता नहीं
फिर इन शरारती मुस्कानो का राज बता दो।
Lips Shayari 2022
चाहत को होठो पर लगा कर तो देखो
जो हे दिल में बता कर तो देखो
सब कुछ मिल जायेंगा उसी पल
लेकिन मोहब्बत को एक बार
जाता कर तो देखो।
हर बात छिपानी पड़ती हे दुनिया
बड़ी जालिम हे
दिल में दर्द होता हे फिर भी होठो पर
हसी लानी पड़ती हे।
यु नजर आते हे होठ चहेरे पे उस के
जैसे दूध में पत्ती रखी हुई हो
गुलाब की।
दिल में हर दर्द छिपाते हे हम
होठो पर मुस्कान रख कर
कौन जीता होगा ऐसे जैसे जीते हे हम।
उसकी वजह कही में तो नहीं
तेरे होठो पर ये जो मुस्कान हे
तुम बता रही थी किसी से प्यार हे तुम्हे
कही वो खुशनसीब में तो नहीं।
होठो से होठ मिले थे दिल से दिल
मिले थे
उन रातो में प्यार के कुंवारे
फूल खिले थे।
तुम्हारे होठो से टकराती हे जो
बारिश की बुँदे
वो बारिश की बुँदे मोती में
बदल जाती हे।
होठो पर हसी मत खोना चाहे
कितने गम हो
चाहे जिंदगी कितना सताए
खुश रहो कभी मत रोना।
Hotho Par Shayari
सपना ये मेरा कितना सुहाना हे
आज बारिश में तेरे संग नहाना हे
बारिश की बुँदे जो गिरे तेरे होठो पर
उन्हें अपने होठो से उठाना हे।
दिल में याद हे तेरी होठो पर
नाम हे तेरा
ज़माने से हमे क्या हे लेना
जब तुझमे बसी हे जान मेरी।
उसने मेरे होठो पर होठ सूरज
ढलते ही रख दिए
इश्क का रोजा था और गजब
की इफ्तारी।
तलब लेकर आते हे अब तेरे
मेरे होठो पर लफ्ज भी
तेरी जिक्र से महकते हे तेरे सजदे
में बिखर जाते हे।
तेरा ही ख्याल आता हे पल
पल हर पल
मेरे होठो पर खुदा से पहले
तेरा नाम आता हे।
( ये पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद )