World Sleep Day Shayari
इतना मत थकाओ काम करके
खुद को
की रात में चैन की नींद
सो भी न पाओ।
मेरे आँखों से आंसू नींद में
भी गिरते हे
जब तुम ख्वाबो में मेरा हाथ
छोड़ देते हो।
सब कुछ भुला देती हे आये तो
नींद भी क्या गजब चीज हे
और न आये तो सब कुछ
याद दिला देती हे।
चिराग बुझा दिया करो नींद आये
या न आये
यु रात भर किसी का जलना
हमसे देखा नहीं जाता।
जिसे तेरे साथ बाते करके नींद आती थी
सोच वो कैसे सो सकेगा तेरे
रूठ जाने के बाद।
सपनो को आँखों में सज जाने दो
पलकों पर नींद आ जाने दो
प्यार भरी गुजरे आपकी ये आपकी रात
ताकि कल हो सके फिर से
आप से बात।
जाग कर गुजार दू रात तो क्या
पूरी जिंदगी भी
बस तू एक बार कह कर तो देख की
मुझे तेरे बिना नींद नहीं आती।
नींद नहीं आती यु खाली पलकें
झुका देने से
सोते वही लोग हे जिसके पास
किसी की यादे नहीं होती।
Sleep Day Shayari Image
तेरी फ़िक्र जान जाने नहीं देती और
तेरी याद नींद आने नहीं देती
सब सो रहे होते हे इस वक्त
और हम लगाते हे बेवजह गश्त।
कल रात कहने लगी नींद की गोलिया भी
हम इंसानो पर काम करते हे
आशिको पर नहीं।
तेरी आदत बन गई हे मुझे रुला
कर सो जाना
जिस दिन मेरी आँख न खुली
तुजे उस दिन नींद से
नफरत हो जाएँगी।
दिलो की महफ़िल में जनाब नींद भी
नीलाम हो जाती हे
किसी को भूलकर सो जाना इतना
आसान नहीं होता।
सोते क्यों नहीं
नींद चुराने वाले पूछते हे
इतनी ही फ़िक्र हे तो हमारे
होते क्यों नहीं।
उनकी यादो से लेनी पड़ती हे मुझे
नींद की इजाजत भी
जो खुद आराम से सोये हे मुझे
करवटो में छोड़ कर।
तुमको कैसे बिना कुछ कहे नींद
आ जाती हे
हमको तो नींद में भी तुमसे
कुछ कहना होता हे।
इतना आसान नहीं जनाब रात भर
गहरी नींद आना
इसके लिए दिन भर ईमानदारी
से जीना पड़ता हे।
Sleep Day Par Shayari 2022
एक ही अंतर् हे सपने और लक्ष में
सपने के लिए बिना महेनत की
नींद चाहिए और
लक्ष के लिए बिना नींद की महेनत।
जो रात भर आती नहीं उस नींद
से क्या शिकवा
कसूर तो उन सपनो का हे
जो सोने नहीं देते।
नसीब नहीं होती नींद यु ही
दिन भर काम करना पड़ता हे
रातो को सोने के लिए।
फूल खिलने का वक्त हो गया
सूरज निकलने का वक्त हो गया
मीठी नींद से जागो मेरे दोस्त
सपने हकीकत में लाने का
वक्त हो गया।
गिरवी रखकर तुम्हारे ख्वाबो को
तकिये से रोज रात थोड़ी नींद
उधार लेता हु।
नींद हमारी छीनी थी तेरे चहेरे की
मुस्कुराहट ने
अब आपके जाने की महेरबानी
से हमारी नींद का सवाल हे।
एक साथ आँखों में आ जाते हे
कितने आंसू
नींद उड़ जाती हे तब जब उनका
ख्याल आ जाता हे।
उस शक्श का हर तन्हा रात में
इन्तजार हे
जो कभी कहा करता था तुमसे बात न करू
तो रात भर नींद नहीं आती।
Neend Par Shayari In Hindi
जिंदगी में परीशान हो गया हु
इस नींद से
जो रात को आती नहीं और सुबह
जाती नहीं।
नींद आये या न आये
ये रात बड़ी जालिम होती हे
किसी की यादे जरूर लाती हे।
नींद आँखों में पिघल रही हे
ख्वाब के प्याले से होकर
बिखरी हुई रात आसमान से होकर
यु आइस्ता उत्तर रही हे।
अब रातो को जागना अच्छा लगता हे
मुझे भी अब नींद की तलब नहीं रही
मुझे नहीं मालूम वो मेरी किस्मत में हे या नहीं
मगर उसे खुदा से मांगना अच्छा लगता हे।
अक्शर सवेरा हो जाता हे
तुम्हे याद करते करते
हमे या तो नींद आती नहीं या आने
में बहोत देर हो जाती हे।
( ये पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद )