गुनाह पर शायरी | Gunaah Shayari, Quotes In Hindi

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Gunaah Shayari In Hindi

 

गुनाह शायरी

 

 जहर पीके दवा से डरते हे 

गुनाह करके सजा से डरते हे 

दुश्मनो के सितम का खौफ नहीं 

हम तो दोस्तों की वफ़ा से डरते हे। 

 

मेरे गुनाहो को अब तो बेपर्दा कर दो 

जिनकी सजा तुम खुद को देने लगे हो 

किस तरह तुम पर इल्जाम लगाउ 

अपनी मोहब्बत की तौहीन कर ले 

इतने बुरे भी नहीं हे हम। 

 

कैसे शक करू अपने रब के 

फैसले पर 

सजा दे रहा हे अगर वो 

तो कुछ तो गुनाह रहा होगा। 

 

नहीं मिला पा रहा हु 

इन दिनों तुजसे नजरे 

मालूम नहीं ऐसा कौनसा गुनाह 

किये जा रहा हु। 

 

Gunaaah Shayari In Hindi

 

इश्क कोई गुनाह थोड़ी हे 

जो छिपाऊगी 

मैने चाहा हे तुजे ये बात तेरी 

बीबी को भी बताउंगी। 

 

 

गुनेहगार हे खुदा अगर इश्क 

गुनाह हे तो 

जिसने बनाया दिल किसी 

पर आने के लिए। 

 

गुनेहगारों से नहीं शायद नफरत 

गुनाह से करो 

आपकी मोहब्बत देखकर क्या

गुनाह करना छोड़ दे। 

 

Gunaah Shayari In Hindi With Image

 

Gunaah Shayari Image

 

कर ली अगर तेरी ख्वाइश तो 

कौनसा गुनाह किया 

लोग तो इबादत में सारी कायनात 

मांगते हे खुदा से। 

 

गुनाह अपना मन करता हे 

कबूल कर लू 

पर सजा मुझे उनके दिल में 

उम्रकैद की मिले। 

 

 

तेरी मासूमियत को शायरी में क्या 

बयान करे 

तू लाख गुनाह कर ले सजा तुझको 

नहीं मिलेंगी।

 

Gunaah Shayari 2022

 

गुनाह किसीका और किस पर 

इल्जाम हो जाता हे 

दगा इंसान भी दे तो खुदा बदनाम 

हो जाता हे। 

 

तुज बिन जीने की मुझे आदत ही नहीं 

और तुम किसी और के बनकर 

किस गुनाह की हमें सजा दे गए। 

 

इल्ज़ाम शायरी

वही जुबा पर होगा अगर जो 

दिल में हे 

तो गुनाह माफ़ करके खुदा 

भी महेरबा होगा। 

 

Gunaah Shayari Image In Hindi

 

Gunaah Par Shayari 2022

 

सजा भी साथ चलती हे हमारे 

कुछ गुनाहो की 

हम अब तन्हा नहीं चलते 

दवा भी साथ चलती हे। 

 

कौनसा गुनाह कर बैठे हे 

खुदा जाने 

की तमन्नाओ की उम्र में 

तजुर्बे मिल रहे हे। 

 

सजा शायरी

ये खुदा हिसाब न मांग मुझसे 

मेरे गुनाहो का 

मेरी तकदीर लिखने में कलम 

तेरी ही चली हे। 

 

Best Gunaah Shayari

 

किसी की राह किये जा रहा हु 

दिल में 

कितना हसीन गुनाह करने 

जा रहा हु में। 

 

बदनाम न करो यु मेरे इश्क को 

मोहब्बत करने का गुनाह 

सिर्फ हमने किया हे। 

 

तुझको मेरा रब देगा सब

 गुनाहो की सजा 

तू भी मेरी तरह नाकाम ये 

मोहब्बत होगा। 

 

Gunaah Par Shayari

 

Best Gunaah Shayari

 

अगर दिल जिन्दा हो तो जमीर 

जाग ही जाता हे 

कभी गुनाह से पहले तो कभी 

गुनाह के बाद। 

( ये पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यवाद )