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Bewafa Par Shayari
सभी के नेक इरादों ने मेरे फन
को तराशा हे
किसी की बेवफाई ने किसी के
झूठे वादो ने।
तेरे मासूम चहेरे पर कितनी
सजती हे बेवफाईया
हम ही पागल थे की इस
अदा पे मर गए।
उठ रहा था जनाजा मेरा
फिर भी तकलीफ थी उनको आनेमें
पूछ रही थी बेवफा घर में बैठ कर
और कितनी देर हे उसे दफ़नाने में।
बेवफा बनके मिली वो मिली मगर
इतने तो मेरे गुनाह न थे जितनी
मुझे सजा मिली।
सबसे मोहब्बत करना तेरी तो
फितरत थी
हम बेवजह खुद को खुश नशीब
समझने लगे।
वक्त की मजबूरिया बोलके
वो बदल गए
साफ शब्दों में खुद को
बेवफा ना बोले।
वो खुद हे बेवफा तो पर इल्जाम किसी
और को देते हे
उनके लबो पर पहले मेरा नाम था
अब वो नाम किसी और का लेते हे।
जरा सब्र करो भुला देंगे तुम्हे भी
तुम्हारी तरह बेवफा होने में थोड़ा
वक्त तो लगेगा ना।
Bewafa Shayari, Quotes In Hindi
हमने अपनों से रिस्ता तोड़ दिया जिसकी
ख़ुशी के खातिर
वो बेवफा ने अपने नए रिस्तो के
खातिर हमसे ही मुँह
मोड़ लिया।
बहोत अजीब हे ये मोहब्बत
करने वाले भी
वफ़ा करो तो रुलाते हे और बेवफाई
करो तो रोते हे।
रिस्ता कितनी भी सिद्द्त से निभाओ
दिखने वाले अपनी औकात
दिखा ही देते हे।
तू बेवफा हे हमे तो कबसे पता हे
तुजे चाहा इसलिए की शायद तेरी
फितरत बदल जाये।
टूट कर चाहने वाला हमे भी मिल
जाएगा कोई
अब पुरे शहर का शहर तो बेवफा
नहीं हो सकता।
आईने की तरह निकला तू भी बेवफा
जो सामने आया उसी का हो गया।
वफ़ा करने वालो को यहां कोई याद
नहीं करता
मेरी मानो बेवफा हो जाओ जमाना
याद रखेंगा।
यहां आने लगा हे अब बेवफाई
वाला मौसम
वो फिर से किसी और को देख कर
मुस्कुराने लगे हे।
Bewafa Shayari Image
कोई गजल पसंद नहीं उसे मोहब्बत से भरी
बेवफाई के हर शेर पे वो दाद दिया
करते हे।
दिया इतना सुकून तेरे इश्क ने
की तेरे बाद कोई अच्छा न लगा
तुजे करनी हे बेवफाई तो इस अदा से कर
की तेरे बाद कोई बेवफा न लगे।
जान अपनी उसकी बेवफाई पे भी
फ़िदा होती हे
अगर उसमे वफ़ा होती तो क्या होता
खुदा जाने।
उस बेवफा को धोखे का तजुर्बा मिले
काश उसको भी पता लगे कैसे
सहते हे दर्द को।
दोस्तों तुम क्या जानो बेवफाई की हद
वो हमसे इश्क सीखती रही
किसी और के लिए।
बेवफाई की जब तक ठोकर न लगे दोस्त
हर किसी को अपनी पसंद
पर नाज होता हे।
अगर तुम थे बेवफा तो आँखे ही क्यों
मिलाई थी
अगर जाना ही था छोड़ के तो अपनी
आदत लगाई ही क्यों थी।
उनके वो पुराने खत जनाज हर
रोज में पढ़ रहा हु
और वो हमे सरेआम बेवफा करार
कर चुके हे।
Bewafa Shayari 2021
जिद थी अपने गुरुर को आजमाने की
हमे मालूम था की तुम बेवफा
हो जाओंगे।
हम भी तुजे बता सकते थे बेवफाई
क्या होती हे
मगर तू रोये ये हमे गवारा नहीं हे।
इतना न चाहो किसी को की
भुला न पाओ
जिंदगी, इंसान और मोहब्बत तीनो
बेवफा होते हे।
बेवफा के दलदल में मेरी मोहब्बत
खो गई हे
मगर इन आँखों को अब भी
वफ़ा की तलाश हे।
इस दिल ने बहोत शोर मचाकर रखा था
जैसे ही बेवफा दिखी ख़ामोशी
बिखर गई।
बरसो से जल रहे हे जिनकी मोहब्बत में हम
वही हमे बेवफा का इनाम
दिया करते हे।
( ये पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यवाद )