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Barish Shayari In Hindi
बस एक तेरे संग
भीगे हम,
मुझे उस बारिश की
तलाश है।
ख़ुद को इतना भी
बचाया न करो
बारिशे हुआ करे तो भीग
जाया करो
चल साथ दोस्त कही गम आते है
रिमझिम सी बारिश में
भीग आते है…
जरा ठहरो बारिश थम जाये
तो फिर चले जाना
किसी का तुझ को छू लेना
मुझे अच्छा नहीं लगता।
दिल की बाते कौन जाने,
मेरे हालत को कौन जाने
बस बारिश का मौसम है,
पर दिल की ख्वाहिश कौन जाने,
मेरी प्यास का एहसास कौन जाने।
तेरे प्रेम की बारिश हो
में जलमग्न हो जाऊ,
तुम घटा बन चली आओ,
में बादल बन जाऊ…
बारिश हो ही जाती हे,
मेरे शहर में,
कभी बादलों से तो
कभी आँखों से….
बता किस कोने में,
सुखाहू तेरी यादें,
बरसात बहार भी है,
और भीतर भी है।
न जाने क्यों अभी आपकी याद आ गयी,
मौसम क्या बदला बरसात भी आ गयी,
मेने छुकर देखा बूंदो को तो हर बूंद में
आपकी तस्वीर नज़र आ गयी।
गुम सा हो गया हु में इस
बारिश की बूंद में,
क्योकि ये सावन भी अब मुझे
तुम सा लगने लगा है।
बरस रही थी बारिश बहार,
और वो भीग रहा था मुझ में।
बारिश में हम पानी बनकर
बरस जायेगे,
पतझड़ में फूल बनके
बिखर जाएंगे,
क्या हुआ जो हम आपको
तंग करते है,
कभी आप इन लम्हों के
लिए भी तरस जाएंगे।
Barish Shayari 2021
बारिश की बुँदे लाती है बहार,
दे जाती एक अनजाना करार,
जब पड़ती है चहरे के ऊपर,
गिला कर उसे और बना देती सुन्दर।
हर किसी को बरसात का सुहाना मौसम
अच्छा नहीं लगता साहेब
ये बारिश किसी को आँसू छुपाने के भी
काम आती है।
वो मेरे रूबरू आया तो भी तो
बरसातके मौसम में
मेरे आँसु बह रहेथे और वो मौसम
बरसात समझ बैठा।
कभी बेपनाह बरस पड़ी
कभी गम सी है,
ये बारिश भी कुछ कुछ
तुम जैसी है….
तमाम रात नहाया था शहर बारिश में
वो रंग उतर ही गए जो उतरने वाले थे…
बारिश और मोहब्बत
दोनों ही यादगार होते है,
बारिश में जिस्म भीगता है
और मोहब्बत में आँखे।
मौसम एक इश्क़ है
तू एक कहानी बन के आ
मेरे रूह को भिगो दे।
कही फिसल न जाऊ,
तेरे ख्यालो में चलते चलते,
अपनी यादों को रोको
मेरे शहर में बारिश हो रही है।
एक हम है जो इश्क़
की बारिश करते है,
एक वजह है जो भीगने
को तैयार ही नहीं।
कीमत बारिश की कोई हमें पूछो,
ओरो को तो यह कीचड़ का कारण लगती है,
दिल सुलगता है याद में उसकी
हर बून्द बारिश में उसकी सूरत दिखती है।
सावन के मस्त मौसम की
रंगीन फुहार बरसती है,
तुम हो दूर मेरे परदेशी
तुम्हे पाने को हसरत तरसती है।
हम बारिश की बुँदे समझ बैठे जिसे,
वो उसकी आखों से निकले आँसू थे,
दर्द था उसके दिल का वो
लेकिन हम बारिश की मस्ती में बेकाबू थे।
दिन हुआ है तो रात भी होगी
घटा छाई है तो बरसात भी होगी,
बिछड़ने का गम नहीं करना जानम
जिंदगी रही तो दोबारा मुलाकात भी होगी।
तो दोस्तों आपको यह शायरी उम्मीद हे की पसंद आयी होंगी अगर पसंद आयी हो तो अपने दोस्तों और फेमिली में शेयर करे। …
thanks for sharing barish shayari i really like to read this!