हैलो दोस्तों आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार। तो आज में आपको इस आर्टिकल में बात करने वाला हु गुड़हल के फूल के बारे में जानकारी, अमेजिंग फैक्ट्स, गुड़हल के फूल के उपयोग, गुड़हल के फूल की खेती और FAQ तो उम्मीद है की आपको यह मेरा आर्टिकल पसंद आयेंगा।
गुड़हल के फूल के बारे में जानकारी
गुड़हल का फूल एक खूबसूरत और सुगंध रहित पुष्प है यह आकार में तुरही की तरह होता है इस फूल में 5 से ज्यादा पंखुडिया होती है जो लोगो को अपनी और आकर्षित करती है। गुड़हल का फूल लाल, सफ़ेद, पीला, गुलाबी इत्यादि रंगो में पाया जाता है यह पुष्प पूरी दुनिया में पाया जाता है जिसकी 200 से ज्यादा प्रजातियां एशिया, आफ्रिका और यूरोप में मिलती है। गुड़हल के फूल को हिंदी में जवाकुसुम कहा जाता है और इसका वानस्पतिक नाम “हीबीस्कूस् रोज़ा साइनेन्सिस” है। गुड़हल का फूल दक्षिण कोरिया और मलेशिया का राष्ट्रिय फूल है।
इसका पौधा एक बड़ी झाडी की तरह होता है जो लम्बे समय तक जीवित रह सकता है। गुड़हल के पौधे का आकार लगभग 10 से 15 फिट तक हो जाता है।
गुड़हल के फूल के बारे अमेजिंग फैक्ट्स
गुड़हल का फूल बहोत ही खूबसूरत और सुगन्धित होते है जो लोगो को अपनी और आकर्षित करते है।
गुड़हल के फूल पूरी दुनिया में पाए जाते है जिसमे से 200 से ज्यादा प्रजातियां आफ्रिका, यूरोप, एशिया में मिलती है।
गुड़हल के फूल सफ़ेद, लाल, पीला और गुलाबी रंग के होते है।
गुड़हल का फूल मलेशिया और दक्षिण कोरिया का राट्रीय फूल है।
यह फूल दुनिया में सबसे अधिक थाईलैंड में पाए जाते है।
इस फूल को देवी देवताओ को अर्पित किया जाता है जिसमे खासकर काली माँ और भगवान गणेश की पूजा में गुड़हल का फूल शुभ माना जाता है।
मधुमक्खी, हमिंगबर्ड, तितली जैसे किट और पक्षी गुड़हल फूल का रसपान करते है।
कई प्रकार की आयुर्वेदिक औषधि बनाने में गुड़हल का फूल इस्तेमाल किया जाता है
गुड़हल का पौधा आमतौर पर 5 से 9 फिट ऊँचा होता है जो सदा हरा-भरा रहता है।
गुड़हल के फूल के उपयोग
गुड़हल के फूल की खेती के बारे में जानकारी
गुड़हल के फूल के बारे में अक्शर पूछे जाने वाले सवाल