➤ हैलो दोस्तों आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार। तो आज हम इस आर्टिकल में बात करने वाले है शहतूत फल की जानकारी, अमेजिंग फैक्ट्स, शहतूत फल खाने के फायदे और नुकशान और FAQ तो उम्मीद है की आपको यह हमारा आर्टिकल पसंद आयेगा। तो चलो देखते है शहतूत फल के बारे में।
शहतूत फल के बारे में जानकारी
➤ आप सभी ने शहतूत को खाया ही होगा। शहतूत फल स्वाद में कट्टा मीठा होता है। शहतूत का वैज्ञानिक नाम मोरस अल्बा है। इसका फल लाल, काले और नीले रंग के होते है। शहतूत का ज्यादातर इस्तेमाल शर्बत, जेली, जैम, पाइज, चाय आदि बनाने का किया जाता है। लेकिन शहतूत को लोग कच्चा खाना भी खूब पसंद करते है।
➤ शहतूत पोषक तत्वों भरपूर पाए जाते है जो हमारे शरीर के लिए बहुत मददरूप होते है। शहतूत फल में विटामिन सी, विटामिन के, कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, फास्फोरस से भरपूर होता है और साथ ही इस फल में फाइबर एंटीऑक्सीडेंट भी होते है।
शहतूत के बारे में अमेजिंग फैक्ट्स
➤ शहतूत में ज्यादा मात्रा में डाइटरीफाइबर और लिनोलेइक एसिड मौजूद होता है।
➤ शहतूत में जिंक और मैगनीज अच्छी मात्रा में पाए जाते है।
➤ इसमें विटामिन ए अधिक मात्रा में पाया जाता है।
➤ शहतूत फल में पॉलीफेनोल्स और फ्लेवोनॉयड पाए जाते है।
➤ सफेद शहतूत फल में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
➤ शहतूत का वैज्ञानिक नाम मोरस अल्बा है।
➤ शहतूत फल स्वाद में खट्टा मीठा होता है।
➤ शहतूत फल का ज्यादातर इस्तेमाल शर्बत, जेली, जैम, पाइज, चाय में होता है।
➤ शहतूत फल हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद उपयोगी है।
शहतूत के बारे में अक्शर पूछे जाने वाले सवाल
1. शहतूत के पेड़ कैसे लगाया जाता है?
➤ शहतूत के बीजों को 90 दिनों के लिए ठंडी जगह पर स्टोर करें और उस बीजों को 90 दिनों के बाद के बाद इसे 4 दिन के लिए पानी में भिगो दें और दो दिन के बाद पानी बदल दें और इसके बाद बीजों को पेपर टॉवल में रख दें ताकि उनमें नमी बनी रहे। जब भी बीज अंकुरण होना शुरू हो जाएं तो बीजों को नरसरी बैड में बो दें।
2. शहतूत का पौधा क्या काम आता है?
➤ शहतूत फल अनेक ऐसे लाभदायक गुण है जो कई बीमारियों में वरदान साबित हो सकते है। इस फल में पाए जाने वाले रेजवर्टेरोल के बारे में माना जाता है, ये शरीर में फैले प्रदूषण को साफ करके संक्रमित चीजों को बहार निकालता है।
3. शहतूत का फल कब आता है?
➤ शहतूत का फल मार्च अप्रैल में आता है।
4. शहतूत का पेड़ कितना बड़ा होता है?
➤ शहतूत की ऊंचाई लगभग 40 से 60 फिट होती है।
5. शहतूत कितने प्रकार के होते है?
➤ शहतूत तीन प्रकार के होते है काले शहतूत, रेड मलबेरी, चाइनीज मलबर्री
6. शहतूत में कौन सा विटामिन पाया जाता है?
➤ शहतूत में विटामिन सी, विटामिन के, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, फास्फोरस और साथ ही इसमें फायबर, एंटीऑक्सीडेंट भी होते है।
शहतूत फल खाने के फायदे
➤ शहतूत फल में विटामिन के, कैल्शियम साथ ही फस्फोरस और मैग्नीशियम जैसे तत्व भी पाए जाते है, जो हमारी हड्डियों को मजबूत बनाता है और हड्डियों से संबंधित विकारों को रोकने में मददरूप होता है।
➤ इस फल में पाए जाने वाले गुण बालों को स्वस्थ बनाने में बहुत मददरूप होते है। यह बालों के विकास को बढ़ावा देते है और ये बालों को झड़ने से रोकते है।
➤ शहतूत फल त्वचा के लिए भी लाभकारी माना जाता है। यह काले दाग घब्बों को भी कम कर सकता है।
➤ शहतूत में विटामिन सी अधिक मात्रा में पाया जाता है, इसका नियमित सेवन करने से इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती मिलती है।
➤ शहतूत फल का रोजाना सेवन करने से कब्ज और ऐंठन की समस्या भी कम होती है।
➤ इसमें पाए जाने वाले गुण हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को भी बढ़ावा देते है।
➤ शहतूत फल का नियमित सेवन करने से रक्तचाप को नियंत्रित करने में मददरूप होता है। इसके अलावा इसमें पाए जाने वाले गुण रक्त वाहिकाओं को आराम पहुंचाता है और खून के थक्के बनने स्ट्रोक या हार्ट अटैक जैसी बीमारियों की संभावना को कम कर देता है।
➤ शहतूत फल खाने से लीवर से जुडी बीमारियों में राहत मिलती है।
➤ शहतूत फल का गर्मियों में सेवन करने से लू लगने का खतरा कम हो जाता है।
➤ शहतूत फल को खाने से हमारी आंखों की रौशनी बढ़ती है।
➤ शहतूत फल में कई ऐसे विटामिंस और मिनरल्स होते है, जो एक हेल्दी शरीर के लिए बहुत जरूरी होते है। इस फल में कैलोरी भी कम होती है। जिसका सेवन करने से वजन नहीं बढ़ेगा।
➤ मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए शहतूत का कच्चा फल चबाकर खाना उचित माना जाता है।
➤ शहतूत की पतियों का नियमित सेवन करने से हमारा दिल हेल्दी रहता है और कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित रहता है।
➤ शहतूत की पतियों की बनी चाय और रस पीने से जलन जैसी समस्याएं दूर होती है।
शहतूत फल खाने के नुकसान
➤ शहतूत फल का अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट खराब हो सकता है।
➤ शुगर के मरीज शहतूत फल का ज्यादा सेवन करने से शुगर का स्तर और बढ़ सकता है।
➤ शहतूत फल खाने से कुछ लोगो को त्वचा संबंधित एलर्जी हो सकती है, इसलिए ऐसे व्यक्ति इसका सेवन से बचे।
➤ इस फल का अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट खराब, सिरदर्द, चककर और अत्यधिक पसीना आना जैसी समस्याएं उत्पन्र हो सकती है।
➤ गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिला को शहतूत फल से बचना चाहिए। ऐसे में महिलाओं को काफी नुकसान हो सकता है।
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” यह पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद “