मकर संक्रांति पर शायरी Makar Sankranti Shayari In Hindi

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Makar Sankranti Shayari In Hindi

 

मकर संक्रांति पर शायरी

 

 कभी कोई आपकी पतंग काट न सके 

टूटे न कभी डोर आपके विश्वास की 

सारी कामयाबी छू लो आप जिंदगी की 

जैसे पतंग छूती हे ऊंचाइया आसमान की। 

 

मन में उमंग तन में मस्ती 

देकर सबको अपनापन गुड़ में जैसा मीठापन 

होकर साथ हम उड़ाये पतंग 

और भर ले आकाश में अपने रंग। 

 

बहोतो की किस्मत बदलेंगी 

सूरज की राशि बदलेंगी 

यह साल का पहला पर्व होगा 

जो बस खुशियों से भरा होगा। 

 

मांजे की धार, पतंगों का नशा 

सर्दी की मार 

फिर भी ये दिल हे बेक़रार 

मुबारक हो आपको यह पतंगों का त्यौहार। 

 

Makar sankranti shayari

 

शुभ पर्व और सुन्दर कर्म 

हर दिन शांति और हर पल खुश 

आप सबके लिए लाये मकरसंक्रांति। 

 

मिल गए मीठे गुड़ में तिल 

उडी पतंग और खिल गए दिल 

हर पल खुश और पुरे दिन शांति 

सबके लिए ऐसी हो मकरसंक्रांति। 

 

 

रिस्तो में बढे प्यार और जीवन 

में बढे मिठास 

मुबारक हो आपको मकरसंक्रांति 

का त्यौहार। 

 

लड्डू की बहार, चिख्खी की खुशबु 

आने को तैयार उत्तरायण का त्यौहार 

थोड़ा सा प्यार, थोड़ी सी मस्ती 

मुबारक हो आपको संक्रांति का त्यौहार। 

 

Makar Sankranti Shayari Image

 

Makar Sankranti Shayari Image

 

रंगो की डोली पूर्णिमा का चाँद 

चाँद से उसकी चांदनी बोली 

खुशियों से भरे आपकी झोली 

मुबारक हो आपको रंग बेरंगी

 पतंगों वाली मकर संक्रांति। 

 

सुनहरे फूल खिले पल पल 

कभी न हो काँटों का सामना 

जिंदगी आपकी खुशियों से भरी रहे 

संक्रांति पर हमारी यही शुभकामना। 

 

 

प्रेम और विश्वास की उड़े पतंग आस की 

मकर संक्रांति को आपके जीवन में 

एंट्री हो किसी खास की। 

 

रंग बेरंगी नीली पिली 

पतंग उडी आकाश में 

सतरंगी निल गगन हुआ 

चहेरे खिले प्रकाश में। 

 

Utarayan Shayari

 

आरती की थाली, मंदिर की घंटी 

नदी के किनारे सूरज की लाली 

खुशियों की बहार जिंदगी में आये 

आपको मुबारक हो पतंगों का त्यौहार। 

 

मिले सभी लोगो को सन्मति 

आज हे मकर संक्रांति

 उठ गया हे दिनकर 

चलो उड़ाए पतंग मिलकर।

 

प्यारा हे यह पर्व हमारा 

नया दिन और नया उजियारा 

मिट जाये सब क्लेश दिलो के 

मकर संक्रांति पर यह सन्देश हमारा। 

 

आर्मी डे शायरी 

 अपना पराया त्यौहार नहीं होता 

त्योहारी ही हे जो सबने मनाया 

तो मिला के गुड़ में तिल 

पतंग संग उड़ जाने दो दिल। 

 

Makar Sankranti Shayari 2022

 

Makar Sankranti Shayari 2022

 

केरी का आचार, बाजरे की रोटी 

आपकी ख़ुशी अपनों का प्यार 

मुबारक हो आपको 

मकर संक्रांति का ये त्यौहार। 

 

बिलकुल तुम्हारी तरह निकली 

ये पतंग भी 

जरा सी हवा क्या लग गई 

हवा में उड़ने लग गई। 

 

मकर संक्रांति का महत्व

एक कागज का टुकड़ा समझती हे हमे दुनिया

हम अगर पतंगों में ढल जाये तो 

आसमा छू ले। 

 

Makar Sankranti Shayari

 

गुड़ आप तिल हम और मिठाई हम मिठास आप 

साल के पहले त्यौहार से हो रही हे शुरुआत 

आपको हमारी और से ढेर सारी मुराद। 

 

( ये पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यवाद )