4. शरुआत में एशियाई देशो में और खास खासकरकर भारत देशमे ज्यादा भैंसे पालते थे।
5. भारत दूध उत्पादन में पहले स्तान पर आता हे।
6. एशिया के अन्य देशो में भी दूध उत्पादन होता हे।
7. भारत में भैंस पालन 5000 साल पहले से चला आ रहा हे।
8. भैंस पहले एशिया में ही पाली जाती थी और अब पूर्वी यूरोप और अमेरिका में भी पाली जाती पायी गयी हे।
9. गाय ,बकरी से ज्यादा फेट आता हे भैंस का दूध का।
10.कार्बोहाइड्रेड ,कैल्शियम जैसे पर्दार्थ पाए जाते हे भैंस के दूध में।
11.भैंस को शाकाहारी जानवर भी माना जाता हे।
12.भैंस घास ,चारा और कभी कभी अनाज भी खिलाया जाता हे।
13.भैंस की पहचान काले रंग से होती हे।
14.भैंस को एक पुंछ और शरीर पर काले बाल होते हे।
15.भैंस की ऊंचाई 6 से 7 फिट तक होती हे।
16.भैंस का वजन 700 से 900 तक पाया जाता हे।
17.भैंस का दूध गाठा होता पाया गया हे।
18.भैंस के दूध से घी ,माखन और अनेक वन्गिओ बनाने के लिए उपयोग किया जाता हे दूध का।
19.गांव में ज्यादातर भैंस का पालन होता हे।
20.भैंस को पानी में तैरना भी ज्यादा पसंद होता हे।
21.भैंस को नहाना भी अच्छा लगता हे।
22.भैंस का गर्भकाल 300 से 315 दिन का पाया जाता हे।
23.भैंस के बच्ये को बछड़ा बोलते हे।
24.भैंस का बच्या 6 माह तक दूध पिता हे।
25.भैंस की काफी सारी नस्ले पायी जाती हे।
26.मुर्रा भैंस ,नीली रावी ,जाफराबादी ,नागपुरी ,जन्दावती ,तराई ये सब प्रजाति होती हे।
27.सर्वाधिक दूध उत्पादन में मुर्रा नस्ल की भैंस ही आती हे।
28.यह भैंस ज्यादातर हरियाणामे और पंजाब में पायी जाती हे।
29.यह भैंस 15 से 20 लीटर दूध देती पायी गयी हे।
30.मुर्रा नस्ल की कीमत 50 से 80 हजार तक होता हे।
31.भैंस अपने दूध पर निर्भर होती हे।
32.भैंस को ज्यादातर मुँह खोर रोग होता हे रोग के कारन मृत्यु भी हो सकती हे।
33.यह रोग में भैंस का दूध की श्यमता घटती हे।
34.भड़मस्त होती हे भैंस की चाल।
35.भदावटी भैंस मथुरा ,आग्रा और इटावा में ज्यादा पायी जाती हे।
36.भदावती भैंस का दूध का 14 से 18 फेट आता हे।
37.महसाणा भैंस यह भैंस महेसाणा जिले में पायी जाती हे।
38.जाफ़रावादी भैंस यह भैंस गुजरात में ज्यादा पायी जाती हे।
39.यह भैंस के सींग निचे की और जुके हुए होते हे।
40.यह भैंस शरीर में भारी पायी गयी हे।
41.इस भैंस का वजन 800 kg तक पाया जाता हे।
42.पंधापुरी भैंस यह भैंस गर्म विस्तार में पायी जाती हे।
43.मुर्रा भैंस यह दूध देने में उत्तम मानी जाती हे।
44.मुंबई के आसपास मुर्रा भैंस पायी जाती हे।
45.यह भैंस प्रतिदिन 20 से 25 लीटर दूध देती हे।
46.आज मुर्रा भैंस की मांग ज्यादा हे।
47.यह भैंस के सींग छोटे और मुड़े हुए होते हे।
48.यह भैंस की बहुत लम्बी पूंछ होती हे।
49.नागपुरी भैंस विदर्भ की मशहूर भैंस मानी जाती हे।
50.यह भैंस काळा रंग की पायी गयी हे।
दोस्तों अगर आपको ये पोस्ट पसंद आये तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे