दोस्ती क्या है?, दोस्त का महत्त्व
दोस्ती क्या है?, दोस्त का महत्त्व
मित्रता या दोस्ती दो या अधिक व्यक्तियो के बिच पारस्परिक लगाव का सबंध है।
मित्रता या दोस्ती दो या अधिक व्यक्तियो के बिच पारस्परिक लगाव का सबंध है।
दोस्ती वो नहीं जो जान देती है, मुस्कान देती है दोस्ती वो है जो पानी में गिरा आंसू भी पहचान लेती है।
दोस्ती वो नहीं जो जान देती है, मुस्कान देती है दोस्ती वो है जो पानी में गिरा आंसू भी पहचान लेती है।
इस दुनिया में मनुष्य एक ऐसा प्राणी है जो कभी अकेला नहीं रह सकता उसे हमेशा दोस्त की जरूरत होती है।
इस दुनिया में मनुष्य एक ऐसा प्राणी है जो कभी अकेला नहीं रह सकता उसे हमेशा दोस्त की जरूरत होती है।
वो चाहे इंसान हो, जानवर हो या कोई निर्जीव सी वस्तू।
वो चाहे इंसान हो, जानवर हो या कोई निर्जीव सी वस्तू।
दोस्ती एक ऐसा रिश्ता बन गया है जो हर उम्र के लोगो के लिए भिन्न हो गया है।
दोस्ती एक ऐसा रिश्ता बन गया है जो हर उम्र के लोगो के लिए भिन्न हो गया है।
व्यक्ति को प्रत्येक रिस्ता अपने जन्म से ही प्राप्त होता है और दोस्ती एक ऐसा रिस्ता है जो व्यक्ति स्वंय खुद चुनता है।
व्यक्ति को प्रत्येक रिस्ता अपने जन्म से ही प्राप्त होता है और दोस्ती एक ऐसा रिस्ता है जो व्यक्ति स्वंय खुद चुनता है।
इस दुनिया में वो व्यक्ति बहोत ही भाग्यशाली होता है जिनको एक सच्चा दोस्त मिला होता है।
इस दुनिया में वो व्यक्ति बहोत ही भाग्यशाली होता है जिनको एक सच्चा दोस्त मिला होता है।
व्यक्ति को अपने मित्रो का चुनाव सोच समझकर करना चाहिए।
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