पक्षियों पर कोट्स

उस पछी का भी बड़ा ही नाम होगा जो आसमान को छूने में नाकाम होगा।

भरोसा और प्यार ऐसे पंछी है एक उड़ जाये तो दूसरा अपने आप उड़ जाता है।

आज़ाद रहने की तो बस ख्वाइश होती है सपने तो आज भी आज़ाद परिंदो के आते है।

वक्त, इज्जत और एतबार ऐसे परिंदे है जो एक बार उड़ जाये तो वापस नहीं आते।

कुछ तो बात है इन हवाओ में वरना साथ इन्हे पंछियो का ना मिलता।

परिंदो को आसमान में उड़ने में जो ख़ुशी वो पिंजरे में कहा।

मंजिल को पाने के लिए किसी रास्ते की नहीं हौसले की जरूरत होती है।

कमजोर हो जाता है पिंजरे में पंछी एक बार बहार निकालो आसमान छू जाता है।

मेने भी चाहा उड़ना तो पर ना मेरे पंखो की उड़ान मेरी हहुई।

उड़ो लेकिन वहा तक जहा तक जमीन दिखाई दे।