हैलो दोस्तों आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार। तो आज हम इस आर्टिकल में बात करने वाले है माल्टा फल की जानकारी, अमेजिंग फैक्ट्स, माल्टा फल खाने के फायदे और नुकशान, माल्टा फल के उपयोग और FAQ तो उम्मीद है की आपको यह हमारा आर्टिकल पसंद आयेंगा। तो चलो देखते है माल्टा फल के बारे में।
Malta Fruit In Hindi – माल्टा फल के बारे में अमेज़िंग फैक्ट्स
माल्टा फल के बारे में जानकारी
माल्टा एक पहाड़ी और शक्तिवर्धक फल है। यह दिखने में बिलकुल संतरे या मौसमी की तरह होता है। माल्टा फल उतराखंड के पहाड़ियों इलाकों में सबसे ज्यादा पाया जाता है। यह फल सर्दियों में नवंबर से दिसंबर के महीने तक पक्क कर तैयार हो जाते है। माल्टा पहाड़ी क्षेत्रों में वाला फल है। इस फल को धरती का सबसे सेहमंद भी माना जाता है। माल्टा फल एक संतरे या मौसमी फल के आकार में गोल या रसीला होता है। माल्टा फल को पहाड़ी फलों का राजा भी कहा जाता है। फलों का राजा आम फल को कहा जाता है। पर सर्दियों के मौसम में आम फल नहीं होता है। माल्टा फल सर्दियों के मौसम में ही पक कर तैयार हो जाता है। आम फल की तरह ही माल्टा फल के बीज, फल, पते छिलके आदि सभी भागो को उपयोग में लाया जाता है। जिसके कारण इसे सर्दियों के मौसम में पहाड़ी फलों का राजा कहा जाता है।
इस फल का वानस्पतिक नाम Citrus sinesis है। ये नींबू के परिवार Rutaceae से सबंधित रखता है। माल्टा फल कच्चा में हरा और पकने के बाद पीले रंग के पक्के संतरे जैसा हो जाता है। ये फल स्वाद में हल्का खट्टा व हल्का मीठा होता है। जो खाने में काफी स्वादिष्ट लगता है। सर्वप्रथम माल्टा का उत्पादन चीन में किया गया था, इसका पेड़ एक हरा भरा पेड़ होता है। उसकी पेड़ की लंबाई करीबन 6 से 12 मीटर तक ऊंचा होता है। उसके पते गाढ़े हरे रंग के हल्के नुकीले होते है। इसमें लगने वाले फल संतरे के जैसे ही पक्कने पर रसीले व पीले रंग के होते है। यह पेड़ 3 साल के अंदर ही फल देना शुरू कर देते है और 30 सालों तक लगातार देते है। इस पेड़ की उम्र बढ़ने के साथ साथ इसमें फलों की पैदावार भी कम होने लगती है।
माल्टा फल में फाइबर, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, फास्फोरस, पोटैशियम, वसा, प्रोटीन, फ्लेवोनॉयड्स, और सबसे अघिक मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। यह हमारे सेहत के लिए काफी लाभदायक होता है। तो आइये दोस्तों जानते है माल्टा फल के फायदे के बारे में।
माल्टा फल के बारे में अमेजिंग फैक्ट्स
1. माल्टा फल दिखने में बिलकुल संतरे या मौसमी की तरह होता है।
2. माल्टा फल उतराखंड के पहाड़ियों इलाकों में सबसे ज्यादा पाया जाता है।
3. माल्टा फल सर्दियों में नवंबर से दिसंबर के महीने तक पक्क कर तैयार हो जाते है।
4. माल्टा फल को धरती का सबसे सेहमंद भी माना जाता है।
5. माल्टा फल को पहाड़ी फलों का राजा भी कहा जाता है।
6. माल्टा फल का वानस्पतिक नाम Citrus sinesis है।
7. सर्वप्रथम माल्टा का उत्पादन चीन में किया गया था।
8. माल्टा का पेड़ एक हरा भरा पेड़ होता है, यह पेड़ की लंबाई करीबन 6 से 12 मीटर तक ऊंचा होता है।
9. माल्टा पेड़ 3 साल के अंदर ही फल देना शुरू कर देते है और 30 सालों तक लगातार देते है।
10. माल्टा पेड़ की उम्र बढ़ने के साथ साथ इसमें फलों की पैदावार भी कम होने लगती है।
11. माल्टा का वैज्ञानिक नाम सिट्रस सिनानसिस है।
माल्टा फल खाने के फायदे
1. पोषक तत्वों के लिए
माल्टा फल में केवल 85 कैलोरी होती है और वसा, कोलेस्ट्रॉल या सोडियम बिलकुल भी नहीं होता है। माल्टा फल में इतने सारे स्वास्थ्य लाभ है। इसमें विटामिन सी, विटामिन बी, पोटैशियम, कैल्शियम, फॉस्फोरस तथा फैट फ्री कैलोरी होती है।
2. वजन घटाने के लिए
माल्टा फल में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है। यह आपके पाचन तंत्र को साफ तथा दुरुस्त रखने में मदद क्र सकता है। आपको फाइबर लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करने में मदद करता है। जिसके वजह से यह वजन घटाने में मदद कर सकता है।
3. पाचन तंत्र के लिए
एक माल्टा फल में 3 ग्राम आहार फाइबर होता है। जो न केवल कब्ज को रोकने में मदद करता है। स्वस्थ आंत्र को बनाए रखने में मदद करता है। कोलेट्रॉल के स्तर को कम करने में और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में भी मददरूप होता है।
4. पेट संबंघित के लिए
लोग अक्सर गलत खानपान की वजह से पेट में गैस, पेट फूलना जैसी समस्या हो जाती है। माल्टा फल का सेवन करने से पेट की समस्याओं को दूर करने में काफी लाभदायक होता है।
5. बालों के लिए
आप अगर अपने बलों को स्वस्थ और मजबूत बनना चाहते है, तो माल्टा फल का का सेवन जरूर करें, इसमें ऐसे कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते है जो हमारे बलों को पोषण प्रदान करता है और जिससे हमारे बाल स्वस्थ घने तथा मजबूत होते है।
6. खून के लिए
जो लोग खून साफ करने के लिए कई दवाओं का सेवन करते है, इन दवाओं से ना जाने कई तरह के नुकसान भी होते है, आप अगर माल्टा फल को जूस के रूप में सेवन करते है तो ये खून साफ करने के साथ ही आपको कई तरह से फायदे भी देखने को मिलेंगे।
7. कमजोरी के लिए
तो अगर आपको किसी भी कारण शरीर में कमजोरी हो रही है तो आप माल्टा फल का जूस के रूप में सेवन अवश्य करें यह कमजोरी दूर कर बल देने का काम करती है।
8. भूख के लिए
अगर जिन लोगो को भूख बहुत कम लगती है, तो माल्टा फल का सेवन करने से और जूस के रूप में भी सेवन करने से आपको भूख खुलकर लगेगी।
9. एनीमिया रोग के लिए
जो लोग खून की कमी से परेशान है यह माल्टा फल का सेवन अवश्य करें कारण के इस फल में आयरन पाया जाता है, जो आपके शरीर के खून की कमी को पूरा कर एनीमिया रोग को दूर करने मददरूप होता है।
10. हार्ट हेल्थ के लिए
कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने से हृदय रोग का खतरा भी कम हो जाता है। माल्टा फल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट सूजन को कम करके, लंबे समय तक आपको ये सभी बीमारियों से बचाने में मदगार होता है। शरीर में लंबे समय तक सूजन रहने से कैंसर, हृदय रोग, गठिया, मघुमेह, अवसाद और अल्जाइमर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
माल्टा फल के उपयोग
1. माल्टा का पेड़ बहुत मजबूत होता है, इसके लकड़ियों को कई तरह के फर्नीचर बनाने में और इंधन में उपयोग किया जाता है।
2. माल्टा का आयुर्वेद में इसके फल, पते, छिलके, तेल, बीज, आदि सभी भागों को औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
3. इसके ताजे छिलकों को चेहरे पर लगाने से चेहरा चमकदार व सुंदर बनता है।
4. माल्टा के पते को अस्थमा, बुखार, थकान, उल्टी, जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए भी इसके पते को काढ़ा बनाकर उपयोग किया जाता है।
माल्टा फल के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. माल्टा फल में कौन सा विटामिन होता है?
माल्टा फल में अलग अलग मात्रा में विटामिन सी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, आयरन, फॉस्फोरस, पोटेशियम और मैग्नीशियम पाया जाता है।
2. माल्टा की खेती कैसे करें?
माल्टा की खेती कैसे करे, तो फसल एक से तीन वर्ष की हो जाने पर अच्छी तरह से गला हुए गाय और भेस का गोबर पांच से बीस किलो और युरिया 100-300 ग्राम प्रति वृक्ष में डालें, चार से छ वर्ष की फसल में अच्छी तरह से गला हुआ भेस और गाय गोबर 25-50 किलो और युरिया 100-300 ग्राम प्रति वृक्ष में डालें।
3. माल्टा का वैज्ञानिक नाम क्या है?
माल्टा वैज्ञानिक नाम सिट्रस सिनानसिस है।
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” यह पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद “