Beauty Shayari In Hindi
क्या मिसाल दू में तुम्हारी सादगी की
इस जहा में बेमिसाल हो तुम।
में मदहोश हो जाता हु देख
तेरी आँखों को
तेरी तारीफ किये बिना में रह
नहीं पाता हु।
कुछ आप हसीन हे कुछ
फिजाये रंगीन हे
तारीफ करू या चुप रहु जुर्म
दोनों संगीन हे।
जरूरत क्या हे हुस्न वालो को
सवरनेकी
वो तो सादगी में भी कयामत की
अदा रखते हे।
खूबसूरती उनकी लफ्ज क्या
बया करेंगे
जिनके जिक्र से ही खूबसूरती
बया हो जाये।
उनकी आँखे देखकर हम तो
फ़ना हो गए
न जाने वो आइना कैसे देखते होंगे।
हर शक्ल में मंजूर हे ये शक्श
तेरा साथ मुझे
यादे हो की खुशबु हो यकी हो
की गुमान ही।
कोई अपना नहीं होता आंसू
बहाने से
जो दिल से प्यार करते हे वो
रोने ही नहीं देते।
तूने कभी ठीक से देखा ही नहीं
अपने ही चहेरे को
कई झीलों के बराबर तो फ़क्त
आँखे हे तेरी।
Beauty Shayari Image
कम पड़ गए शायद तेरी तारीफ
में कुछ लफ्ज
वरना हम भी किसी ग़ालिब से
कम ना थे।
जिंदगी यु ही कट जाएँगी मुस्कुराने
का मकसद ना ढूंढ वर्ना
कभी बेवजह भी मुस्कुराके देख तेरे साथ साथ
जिंदगी भी मुस्कराएंगी।
झूठी तारीफ करते हे वो कहते हे
हम उनकी
ए खुदा एक दिन आईने को भी
जुबान दे दे।
मेरे इश्क को ये शोहरत तेरे
हुस्न से मिली हे
मुझे जानता ही कौन था तेरी
आशिकी से पहले।
इश्क का इल्जाम न लगाया कर
हम पर यु बार बार
कभी कूद से भी पूछा हे इतनी
खूबसूरत क्यों हो।
तेरी बाहो से लिपटने को जी चाहता हे
तुझे पलकों पे बिठाने को जी चाहता हे
खूबसूरती की इंतहा हे तू
तुझे जिंदगी में बसाने को जी चाहता हे।
जो आती नहीं रात भर उस नींद
से क्या शिकवा
कसूर तो उस चहेरे का हे जो सोने
नहीं देता।
तुम्हे तुम्हारी शख्शियत की खबर ये
आईने क्या दे सकेंगे
हमारी आँखों से आकर पूछो कितने
लाजवाब हो तुम।
ये समझ नही आता में तुझे देखता हु तो
की में आसमान में हु या फिर चाँद
जमीन पर उतर आया हे।
Beauty Shayari 2022
तू खुद नहीं हे वाकिफ तेरी आँखों
के जादू से
ये उसे भी जीना सीखा देता हे
जिसे मरने का शौख हो।
वो मुस्कुराते हे कुछ इस तरह
की परीशान लोग उन्हें देखकर
खुश हो जाते हे।
प्यार अपना में तेरे नाम कर दू
हर बला से खूबसूरत तेरी शाम कर दू
मिल जाये अगर दोबारा यह जिंदगी
तो हर बार यह जिंदगी तेरे नाम कर दू।
जरूरत क्या हे जालिम तेरे हुस्न
को परिंदे की
कौन रहता हे होश में तुझे
देखने के बाद।
अपनी अदा से भी कयामत करते हे
वो निगाहो से यु शरारत करते हे
निगाहें उनकी चहेरे से हटती नहीं और
वो हमारी नजरो से शिकायत करते हे।
कभी गौर से देखा नहीं तुझको
इस डर से
कहते हे की लग जाती हे
अपनों की नजर भी।
मेरी आँखों से नींद को आज भी
शिकवा हे
मैने आने न दिया कभी उसको
तेरी याद से पहले।
हर बात छुपा कर रखी थी मेरे होठो ने
आँखों को ये हुनर कभी
आया ही नहीं।
शराब का नशा हे तेरी आँखों में
न जाने कोनसा जादू हे तेरी बाहो में
तेरी तलाश में तेरे मिलने की आस लिए
दुआए मांगता फिरता हु में दरगाहो में।
Sundrata Par Shayari
मत पूछिए जनाब उनकी
खूबसूरती के बारे में
माथे पर लगी वो छोटी सी
बिंदी भी कमाल लगती हे।
देखने लायक यु तो बहोत कुछ हे जिंदगी में
पर पता नहीं क्यों ये आँखे सिर्फ तुम्हारी
आंखों पर आकर ही रुक जाती हे।
ये फायदा हुआ उनके हाथो में
महेंदी लगाने का
की रात भर उसके उसके चहेरे से
जुल्फे हम हटाते रहे।
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” यह पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद “