Kadam Shayari In Hindi
नन्ने कदमो को जनाब दौड़ने दो
खुले मैदानों में
जिंदगी बहोत भागती हे बचपन
गुजर जाने के बाद।
जिंदगी भर कोई साथ नहीं देता
दो कदम तो सब चलते हे
अगर रोने से भुला दी जाती हे यादे
तो हसकर कोई गम न छुपता।
कुछ टूटे हुए रिश्ते और कुछ
रूठे हुए लम्हे
हर कदम पर काच बनकर जख्म
देते हे।
कामयाबी पानी हे तो संभलजाओ
यु ही हर कदम पर मत लड़खड़ाओ
मत शोर करो अपने प्रयासों का
ख़ामोशी से अपनी जिंदगी बदल जाओ।
कुछ ऐसा लगा तेरे साथ दो
कदम चलकर
सहरा को साहिल मिल गया
हो जैसा लगा।
दूर होकर भी हम आपके पास हे
हर कदम हर पल साथ हे
आपका हो न हो पर हमें आपकी कसम
आपकी कमी का हर पल अहसास हे।
दो कदम भी में कैसे चलु तेरे
अहसास के बिना
लड़खड़ाती जिंदगी की आखरी
बैसाखी हो तुम।
तेरे पास आने के लिए हर रोज
बहक जाते हे मेरे कदम
न जाने कितने फासले तय करने अभी
बाकि हे तुमको पाने के लिए।
Kadam Shayari Image
रब महेरबान होता गया मेरे हर
कदम के साथ
यार साथ चलते रहे और सफर
आसान होता गया।
न जाने क्यों अब पीछे भाग रहे हे
मंजिल की और बढ़ते हुए कदम
पहले तुफानो के शोर से डरे नहीं
अब बहती हवा के मौन से कांप रहे हे।
मुझे बड़ी बड़ी मंजिलो के सफर
छोटे लगते थे
जब कदम से कदम मिलाकर
हमसफ़र साथ चलता हे।
मेरे दिल के आँगन में कभी वक्त
मिले तो रखना कदम
हैरान रह जाओंगे मेरे दिल में
अपना मुकाम देखकर।
हर कदम समझौता क्यों किया जाये
जिंदगी तुमसे
शौख तो जीने का हे मगर इतना भी
नहीं की मर मर के जिया जाये।
कोई कदम उठाओ अपनी काबिलियत
पर भरोसा करके ही
तमन्नाओ का क्या हे वो तो अक्शर
मचल जाया करती हे।
संभलना हम भी जानते थे मगर
कदम यु ही डगमगा गए रास्ते में
ठोकर भी लगी तो उस पथ्थर से
जिसे हम अपना मानते थे।
अभी दूर बहोत हे मंजिल मेरे
कदमो से
मगर तस्सली ये हे की
कदम मेरे साथ हे।
Kadam Shayari 2022
यु ही कदम मिलाते रहना जिंदगी के
सफर में हर गलत सही बात को समझाते रहना
और मेरे लिए हमारी दोस्ती का रिश्ता
हमेशा निभाते रहना।
हमने इरादा किया हे आपसे दोस्ती करने का
क्योकि आपने हमारा हर कदम पर साथ दिया हे
आप हमारे सबसे अजीब दोस्त हे इसलिए
आपका उम्र भर साथ देने का वादा किया हे।
स्वीकार करना बदलाव का पहला कदम
जब आप एक बार खुद को
स्वीकार कर लेते हे
तो आप बदलाव के दरवाजे खोल देते हे।
जो मन में हो वो ख्वाब न तोडना
सामने मंजिल हे रास्ते न मोड़ना
हर कदम पर मिलेंगी सफलता
बस आसमान छूने के लिए
जमीन ना छोड़ना।
समझ नहीं सकते वो गरीबो
की तकलीफ को
जो गर्मी की धुप में दो चार कदम भी
चल नहीं सकते।
मेरी हार मत मान लेना मेरे दो कदम
पीछे हटने को
क्योकि शेर झपाटा मारकर शिकार
करने के लिए ही पीछे हटता हे।
हमे थाम लेना जो लड़खड़ाए
कदम तो
कही गिर ना जाये हम अपनी
बाहो की पनाह देना।
इतना समझदार कर दिया हे
जिंदगी ने
की हर कदम पे बस समझौता
करना पड़ता हे।
Kadam Par Shayari
ये जिंदगी तुझसे ज्यादा कोई
ख्वाइशे नहीं
बस अगला कदम पिछले से
बहेतरीन हो।
कोई वास्ता नहीं होता जिगर
वालो का डर से
हम वहा भी कदम रखते हे
जहा पे कोई रास्ता नहीं होता।
सफलता तेरे कदम चूमेंगी
महेनत कर बन्दे
जो दुनिया आज तेरे खिलाफ हे
वही कल तेरे पीछे घूमेंगी।
उठकर फिर खड़ा हो जाता हु
अफ़सोस नहीं करता हु
भले ही दुनिया की नजरो में गिर गया हु
लेकिन अपनी नजरो में एक
कदम और बढ़ा हु।
दिमागी पेच लड़ाने पड़ते हे
हर मुश्किल को पाने के लिए
बैठे बैठे मंजिल नहीं मिलती
कुछ कदम बढ़ाने पड़ते हे।
उनकी गलियों को ढूंढने चला
था दो कदम
मिला जो पता उनका तो मानो
जन्नत का सफर हो।
( ये पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद )