धन क्यों आवश्यक है ? | Dhan Kyo Avashyak He

धन क्यों आवश्यक है ?

 

⇨ धन एक आर्थिक इकाई है। जिसे व्यापक रूप से माल और सेवाओं के लेनदेन में स्वीकार किया जाता हे। आज की दुनिया में अस्तित्व के लिए धन खुबज आवश्यक हे। जीवन निर्वाह के लिए सबसे आवश्यक वस्तुओ में से सबसे प्रमुख धन हे। धन जीवन की आवश्यकताओं की पूर्ति का अहम साधन हे। धन समाज में व्यक्ति के मान सम्मान में वृद्धि करता हे। और उसकी एक अच्छी छवि का निर्माण करता हे। हम सभी व्यापार, नौकरी, अच्छे व्यवहार आदि के माध्यम से अधिक धन कमाकर धनी होना चाहते हे। ताकि हम आधुनिक समय की बढ़ती हुई सभी आवश्यकताओं की पूर्ति कर सके। 

⇨ इस संसार में दो प्रकार का धन होता हे। एक भौतिक धन और दूसरा आध्यात्मिक धन। मनुष्य का स्वभाव हे की वह ज्यादा से ज्यादा धन कमाने की चाहत रखता हे। कोई व्यक्ति सोना, चांदी, रुपये का अंबार लगाकर धनवान कहलाता हे। तो कोई भूखा प्यासा रहकर भी धनवान कहलाता हे। वास्तव में धनवान दोनों हे। एक भौतिक धन का धनी हे। तो दूसरा आध्यात्मिक धन का धनी है। 

⇨ दिन प्रतिदिन हमारी जिंदगी में धन का महत्व बढ़ता जा रहा हे। हमारे जन्म से लेकर हमारी मृत्यु तक धन की आवश्यकता हमको होती हे। धन से व्यक्ति की छवि को चार चाँद लग जाते हे। और उसे समाज से इज्जत मिलने लग जाती हे। हमको धन की जीवन में हर मोड़ पर जरूरत होती हे। धन से हम अपनी कुछ जरूरते जैसे प्रेम, स्नेह आदि की जरूरतों को पूरा नहीं कर सकते। धन से केवल इंसान बाहरी जरूरते ही पूरा कर सकता हे। आंतरिक जरूरते इससे पूरी नहीं होती। इसलिए कहा जाता हे की हम धन से ख़ुशी को नहीं खरीद सकते। मगर खुशहाल रहने के लिए धन खुबज आवश्यक है।

हमारे जीवन में पैसो का महत्व

” यह पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद “