Badmashi Shayari In Hindi
इतने चर्चे हे मेरे बदमाशियों के
की किताबे कम पड़
जाएँगी पढ़ते पढ़ते।
उस पे जान वार देता हु जो
इज्जत से बात करे
जो अकड़ से बात करे उसे बे मौत
मार देता हु।
तुम बहोत अच्छे हो किसी ने कहा
मैने कहा बस यही तो एक
खराबी हे मुझमे।
हर जगह हम तो राज करते हे
जो पसंद करते हे उनके दिल पर राज करते हे
और जो पसंद नहीं करते उनके दिमाग में।
समय क्या होता हे ये हम तुमको बताएँगे
घडी कितनी भी महंगी पहन लो
ये जो गलतफेमिया तूने पाल रखी हे
इनका सही मतलब हम तुम्हे बताएँगे।
इस दुनिया में मुझे चाहने वाले
हजार हे
ये दो चार दुश्मनो से मुझे कोई
फर्क नहीं पड़ता।
कायर होते हे छिप कर वार
करने वाले
हम बदमाश हे कायर नहीं।
दिमाग का सटकना और
हमारी बदमाशी
सामने वाले पर डिपेंट करता हे।
Badmashi Shayari Image
कोई वास्ता नहीं होता जिगर
वालो को डर से
हम वहा भी कदम रखते हे जहा
कोई रास्ता नहीं होता।
दुनिया उतना सताएंगी जितना
शरीफ बनोंगे
हरामी बन के जिओ दुनिया सलाम
ठोक के जाएँगी।
इज्जत पाओगे अगर इज्जत
दोंगे तो
अकड़ दिखाओगे तो हमारा कुछ
नहीं उखाड़ पाओगे।
अक्शर वही किया करते हे
औकात की बात
जो कायर हमेशा झुण्ड में चला
करते हे।
हौसले जिन्दा हे ख्वाब टूटे हे मगर
हम तो वो हे जिन्हे देख के
मुश्किलें भी शर्मिदा हे।
हम शरीफो में आते हे बदमाशी में नहीं
बस अगर कोई ऊँगली ना कर दे तो।
मकसद नहीं हे मुझे भीड़ में
खड़ा होना
बल्कि भीड़ जिसके लिए खड़ी हे
वो बनना हे मुझे।
आँख से आँख मिलाने की औकात नहीं हे
और बात करते हो हमारा नाम
मिटाने की।
Badmashi Shayari 2022
मत कर मेरे सामने आवाज की बात
लोग हमारे ख़ामोशी से ही
डर जाते हे।
उस दिन सबका हिसाब होगा जिस
दिन बदमाशी पे उतर आया
दुश्मनो के दिमाग में खौफ और
दोस्तों के दिल पर राज होगा।
तब हे दोस्तों जीने का असली मजा तो
जब दुश्मन भी तुमसे हाथ मिलाने
को बेताब रहे।
हिसाब कर के जाऊंगा लौट कर
आया हु तो
हर एक को उनकी औकात दिखा
कर जाऊंगा।
ख़त्म होती हे तेरी नवाबी
जहा से
वहा से मेरी बदमाशी
शुरू होती हे।
खुद ही लिखनी पड़ती हे अपनी तक़दीर
चिट्ठी नहीं हे जो किसी और
से लिखवा ले।
में वो कश्ती नहीं जो आसानी से
डूब जाये
मिटा सको तुम मुझे ये बात
तुम्हारे बस की नहीं।
बंद करदो हमारी नफरत का
फायदा उठाना
जिस दिन हम बदमाश हो गए
उस दिन कयामत आ जाएँगी।
Badmashi Par Shayari
खुद चलकर आयेंगा जो
मुकन्दर में हे वो
जो नहीं हे उसे अपना खौफ
लाएगा।
मेरी बदमाशी ही मेरी पहचान हे
मेरी सादगी नहीं
वरना मेरे नाम के तो हजारो इंसान हे।
खुद को बदल लिया जितना
बदल सकते थे
अब जिसको शिकायत हे वो
अपना रास्ता बदल दे।
यु कतरे कतरे में फायदा ना उठाओ
हमारी शराफत का
कयामत आ जाएँगी जब हम
बदमाशी पर आ जायेंगे।
धमकिया हमें ना दे बेटा ये फिजूल की
क्योकि कुत्तो के लक्शर से
शेर कभी डरा नहीं करते।
हमें कोई शौख नहीं चर्चाओं में
रहने का
हमारी हर बात के चर्चे हे तो
हम क्या करे।
” यह पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद “