Din Shayari In Hindi
शायर कहिये साहेब शायरी कर
रहा हु तो
वो दिन पुराने हो गए जब
जब आशिक थे हम।
दिन कुछ ये निकल गया कल की
तरह आज भी
सुबह जिम्मेदारी के बोझ तले दबे और
शाम को ख्वाईशो से किनारा कर लिया।
दुआ हे हमारी तुम्हारे जन्म के दिन ये
आसमान में जितने सितारे हो
उतनी उम्र हो तुम्हारी।
पा ही लेंगे ये मालिक तुम्हे किसी
ना किसी दिन तो
ठोकरे जहर तो नहीं जो खाकर
मर जायेंगे हम।
दर्द आरम्भ वही से होगा
हार जाएगा निवेदन जिस दिन
तुम जहा सोच कर थक जाओंगे
मेरा प्रारम्भ वही से होगा।
हम उसको हैरान कर देंगे
बिछड़कर एक दिन
हम उस झील सी आँखों को
रेगिस्तान कर देंगे।
निकल पड़ती हे ड्यूटी पर
जरूरत दिन निकलते ही
बदन हर शाम ये कहता हे
अब हड़ताल हो जाये।
जिस दिन में याद आऊंगा
उस दिन बहोत रोयेंगी
और बोलेंगी एक पागल था जो
सिर्फ मेरे लिए।
Din Shayari Image
तुझे तेरे हाल पर छोड़ के चले
जायेंगे एक दिन
कदर क्या होती हे प्यार की तुझे
वक्त ही सीखा देगा।
तेरा चहेरा आँख खुलते ही
याद आ जाता हे
दिन की ये पहली ख़ुशी भी कमाल
की होती हे।
हम तेरी बाहो में समां जाये काश
एक दिन ऐसा भी आये
सिर्फ हम हो और तुम हो और वक्त
ही ठहर जाये।
मेरे दिल का बोझ उतार दो जब
कभी फुर्सत मिले
में बहोत दिनों से उदास हु मुझे
कोई शाम उधार दो।
अकेले चलने का हौसला रखते हे
जो लोग सफर में
एक दिन काफिला उनके पीछे
चलता हे।
दिन निकल जाये अगर तुम
मुस्कुरा दो तो
खामोश रहो तो रात होती हे
कौन सा गम कैसा गम
ये सब बेकार की बाते होती हे।
कब ये हुआ की मर गए
तुझ से बिछड़कर
तेरे दिन भी गुजर गए और
मेरे दिन भी गुजर गए।
कुछ भी न गिला कीजिये जिंदगी हे
बस चार दिन की
दवा, जहर, जाम, इश्क जो मिले
मजा लीजिये।
Din Par Shayari 2022
तोड़ कर चला जाऊंगा सारी दुनिया
से नाता
एक दिन में सबको छोड़ कर
चला जाऊंगा।
वो सारा दिन हमारे पास आकर रोते रहे
एक जब हुआ प्यार का अहसास उन्हें
और हम भी इतने खुद गरज निकले यारो
की आँखे बंद करके कफ़न में सोते रहे।
सिख लो साहेब खुद पर भरोसा
करने का हुनर
सहारे कितने भी भरोसेमंद क्यों न हो
एक दिन साथ छोड़ ही जाते हे।
उसके चले जाने के बाद हम किसी से
मोहब्बत नहीं करते
अब चार दिन की जिंदगानी हे
किस किस को आजमाते फिरे।
अपना एक्का चलेगा जिस दिन
सुन पगली
उस दिन बादशाह तो क्या उसका
बाप भी अपना गुलाम बनेगा।
एक दिन कचरे में ही जाना पड़ता हे
हर पतंग को
लेकिन उसके पहले उसे आसमान
छूके दिखाना पड़ता हे।
कल सवेरा भी आयेंगा अभी अँधेरी
रात हे तो
तू महेनत करते रह एक दिन तेरी
सफलता का सवेरा भी आयेंगा।
रुकिए नहीं अगर कल का
दिन अच्छा था तो
हो सकता हे आपकी जित का
सिलसिला बस अभी शुरू हुआ हो।
Subah Shayari In Hindi
उनको भी हमारी आदत हो गई हे
कुछ दिन से
शायद शरारते करते करते उन्हें भी
मोहब्बत हो गई हे।
( ये पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद )