Bindi Shayari In Hindi
सवाल कर गई
उनके माथे पर चमकती लाल बिंदी
देखा उनकी आँखों में कुछ देर उनकी
कजरारी आँखे बवाल गई।
सच कहु तो मुझे बड़ा खलता हे
ये जो तुम्हारे माथे पर बिंदी ना लगाना
छोटी सी बिंदी मेरे चाँद पर दाग जैसा नहीं
इसे और भी खूबसूरत बनाती हे।
सब ने शोर मचाया था
टिका, बिंदी, पायल, कंगना
जब उसने शौख बदन पे
मेरे हाथ लगाया था।
कहर क्या गजब ढहाती हो
जब तुम बिखरे बालो में अपने
माथे पर काली बिंदी लगाती हो।
हो जाओ जितने भी तैयार होना हे
पर मेरी एक काली बिंदी के सामने
पीछे ही रह जाओंगे तुम।
कोई शौख नहीं हे हमें सजने सवरनेका
काली बिंदी की बात कुछ और हे।
आई हे माथे पर बिंदी लगाकर
वो बहोत दिनों बाद खुद
सजकर आयी हे।
गुस्सा बहोत दिखाती हे एक प्यारी
सी लड़की हे जो
रखते होंगे लोग ख्वाइशे चाँद तक जाने की
वो एक काली बिंदी भी सजा ले अगर माथे
पर तो चाँद से ज्यादा कहर ढाती हे।
क्या कम कहर ढाई हे कल
उसकी बिंदी ने
जो आज अपने कानो में
झुमके जो पहन कर आई हे।
Bindi Shayari Image
मेरा मिजाज बदल देती हे
तेरी काली सी बिंदिया
सागर पर लगा दू तो वह भी
सागर हो जाता हे।
लाल बिंदी लगाती हो सफ़ेद साड़ी पे
कसम से एम्बुलेंस नजर आती हो
वो तो घायलों को लेकर आती हे और
तुम तो घायल करके जाती हो।
तुम्हारे प्रेम का प्रतिक ही नहीं
ये बिंदी
परन्तु यह मेरा तीसरा
नेत्र भी हे।
भरपूर नूर हे आज हमारे
चाँद में भी
उसके मांथे पर बिंदी और
मांग में सिंदूर हे।
Bindi Par Shayari 2022
सारे तरीके अपनाउंगी उस को
रिझाने के लिए
दरवाजा खोलने से पहले
लाल बिंदी लगा लुंगी।
बिंदिया के साथ हर दिन वो
लेती हे कोई नाम चुपके से
और धर लेती हे मस्तक पर
मुकुट की तरह।
बिंदी की जन्म की कहानी
में नहीं जानती
में तो जानती हु इससे उपजे
प्रेम की कहानी।
( ये पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद )
Thank you so much sir aapane bahut hi acche se samjhaya hai
Study Root