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आज के वक्त में इंसान अपने काम में इतना व्यस्त होता हे वो अपने परिवार की भी फ़िक्र नहीं करता। आज सबको बस अपनी ही फ़िक्र हे सब अपने काम से काम रखते हे हमारे माता पिता ही एक ऐसे इंसान हे जिनको हमारी फ़िक्र होती हे चाहे हम उनकी फ़िक्र न करे तो भी वो हमारी फ़िक्र करते हे जबकि इस दुनिया के आपकी फ़िक्र करने वाले लोग बहुत ही कम होते हे और आपको तकलीफ देने वाले बहुत होते हे इसलिए जो भी इंसान आपकी फ़िक्र करता हे उनकी हमेंशा कदर करो चाहे फिर वो माता – पिता हो , दोस्त हो या फिर पत्नी ही क्यों न हो हमें उनकी भी फ़िक्र करनी चाहिए।
तो दोस्तों आज हम इस पोस्ट के माध्यम से फ़िक्र पर शायरी लेकर आये हे हमें उम्मीद हे की आपको ये पोस्ट जरूर पसंद आएगी।
फ़िक्र पर शायरी
मेरी बातो का जिक्र किया करती हे
वो कुछ इस तरह
सुना हे वो आज भी मेरी फ़िक्र किया
करती हे।
ओ पागल होगी ही फ़िक्र
तुम मोहब्बत बनते बनते जान जो
बन गए हो मेरी।
आपने आप को सही साबित करने की
सबको फ़िक्र हे
जैसे जिंदगी नहीं कोई इल्जाम हे।
सोते क्यों नहीं
नींद चुराने वाले पूछते हे
इतनी ही फ़िक्र हे तो फिर हमारे
होते क्यों नहीं।
हमारी फ़िक्र ये जो हलकी सी करते हो ना
बस इसलिए हम बेफिक्र रहने
लगे हे।
मेरी तन्हाई की कुदरत को कितनी
फ़िक्र हे
जागते रहते हे रात भर सितारे
मेरे लिए।
जो इंसान सबकी फ़िक्र करता हे अक्शर
उनकी फ़िक्र करने वाला ही
नहीं होता हे।
लोग वही होते हे छोटी छोटी बात पर
गुस्सा करने वाले
जो दिल से प्यार और सोच में फ़िक्र
रखते हे।
Fikar Shayari In Hindi
अब मुझे उनकी कोई फ़िक्र नहीं जिनको
मेरी कोई कदर नहीं।
उनको हमसे उनकी कदर नहीं शिकायत हे
हमे फ़िक्र हे बहोत मगर जिक्र
नहीं करते।
फ़िक्र करू तेरी उदाशी की या अपनी
तन्हाई की
मेरे बिना तेरा भी तो दिल नहीं
लग रहा होगा।
सब में होती हे अकड़ तो
मगर रिस्तो में झुकता वही हे जिसे
रिस्तो की फ़िक्र होती हे।
Fikar Shayari 2021
हर एक फ़िक्र भुलाकर जी चाहे दुनिया की
दिल की बाते सुजाउ तुजे में
पास बिठाकर।
हमारे इस कमजोर दिल की उन्हें
फ़िक्र थी बेइंतहा
पर टूट ही गया ये दिल उसकी कोमलता
शायद हद से ज्यादा थी।
सिर्फ हालात ही पूछती हे दुनिया
फ़िक्र तो माँ बाप करते हे।
आज भी करते हे तेरी फ़िक्र तो
बस जिक्र करने का हक
अब नहीं रहा।
Fikar Shayari Image
रखते हे जो फ़िकरि मिजाज वो
ठोकरों में ताज रखते हे
कल की फ़िक्र नहीं जिनको वो
मुठ्ठी में आज रखते हे।
कोई शक नहीं इसमें तुम्हारी फ़िक्र हे मुझे
तुम्हे कोई और देखे किसी को
ये हक नहीं।
हम इसलिए इतना करते हे तेरी फ़िक्र
क्योकि तुजे हद से ज्यादा
प्यार करते हे।
तुम किसी और के हो गए अच्छी बात हे
ख़त्म हुआ फ़िक्र तुम्हे अपना
बनाने की।
Parvah Shayari In Hindi
माँ बाप बूढ़े हो जाते हे औलाद की
खुशियों की फ़िक्र में
और औलाद समझती हे असर
उम्र का हे।
शाम से सुबह करते हे तेरी फ़िक्र में
क्या बताऊ की कितना हम
वफ़ा करते हे।
( ये पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यवाद )