1. बुलबुल एक छोटा सा पक्षी माना जाता हे।
2. बुलबुल अपने आवाज के लिए ज्यादातर जाना जाता हे।
3. बुलबुल को रातमे ज्यादा गाता सुना गया हे।
4. बुलबुल 200 अलग अलग घषुणोमे गाने की स्यमता रखता हे।
5. बुलबुल में नर ही बुलबुल गा सकता हे।
6. नर बुलबुल गाना इसलिये गाते हे की वो मादा बुलबुल को आकर्षित कर सके।
7. बुलबुल का रंग ज्यादातर भूरा और गंदा पीला और हरा पाया जाता हे।
8. वो अपनी छोटी और लम्बी पूंछ के कारण पहचान सकते हे।
9. बुलबुल आकर में 14 से 28 तक सेमि तक होते हे।
10.मादा बुलबुल नर बुलबुल से छोटी होती हे।
11.बुलबुल भोजन में फल ,बीज और कीड़े लेते हे।
12.बुलबुल पालतू पक्षी भी माना जाता हे।
13.पालतू मगर जैसेकि उसको पिंजरे में कैद किया नयी जाता उसको लोहे की छंद से उसको पेट को रस्सी से बांध दिया जाता हे।
14.विश्व में बुलबूल की 1700 से भी ज्यादा प्रजातियां पायी गयी हे।
15.और कई प्रजातियों को ग्रीनबुल और ब्राउनबुल भी कहा जाता हे।
16.विश्व में भारत देश में कई ज्यादा प्रजातियां पायी जाती हे जिनमे गुलदुबुलबुल और सिपाही बुलबुल ज्यादातर प्रसिन्ध माना जाता हे।
17.कान के निचे लाल निशान होते सिपाही बुलबुल को।
18.सिपाई बुलबुल एशिया, अफ्रीका और यूरोप में पाया जाता हे।
19.यह पक्षी अमेरिका महाद्वीपों में नयी पाए जाते हे।
20.बिल्ली ,छिपकली ,सांप ,लोमड़ी और बड़े शिकारी पक्षी बुलबुल के शत्रु माना जाता हे।
21.बुलबुल कप के आकर जैसा ही अपना गोसला बनाता हे।
22.वो अपना घोसला वनस्पति के आसपास ही बनाता हे।
23.एक बार में मादा बुलबुल 5 से 6 अंडे देने की स्यमता रखता हे।
24.और अंडो मेसे 15 से 20 दिन लगते हे बच्ये निकल ने में।
25.बच्ये अंडो से निकालनेके बाद 12 दिन तक घोसले में ही रहते पाया जाता हे।
26.वो 12 दिन तक मादा बुलबुल और नर बुलबुल ही भोजन पर्याप्त करते बच्यो को।
27.बच्ये घोसलेसे निकल ने के बाद 4 दिन में तो उड़ना शिख लेते हे।
28.बाद में वो आत्मनिर्भर हो जाते हे।
29.बुलबुल पक्षी ईरान का रास्टीय पक्षी भी माना जाता हे।
30.बुलबुल का जीवन काल 1 से 3 साल तक होता हे।
31.कैदी बुलबुल ज्यादा नयी जी पाते हे।
32.बुलबुल की ये खाशियत हे वो सुबह सुबह पेड़ के सखाओ पर बैठकर अपने साथियो को मिठी आवाज में बोलता हे।
33.बुलबुल की आवाज kink a joo की तरह होती हे।
34.बुलबुल का प्रजननकाल दिसंबर से लेकर मई तक चलता हे दक्षिण भारत में।
35.और उत्तर भारत में बुलबुल का प्रजनन काल मार्च से ओक्टोबर तक चलता हे।
36.बुलबुल का घोसला पेड़ की छाल ,पत्तिया और धागो से बनता हे।
37.बुलबुल अपने बच्यो को इल्लिया और कीड़े खिलाती हे।
38.बुलबुल का बच्या बड़ा हो तभी ही उसको फलो का और दूसरा खोराक दिया जाता हे।
39.बुलबुल के बच्यो को शक़्कर और ग्लूकोज का पानी दिया जा सकता हे।
40.क्योकि फलो में ज्यादातर ग्लूकोज ही पाया जाता हे।
41.बुलबुल ज्यादातर पहाडोमे और घने जंगलमे ही पाए जाते हे।
42.पालतू बुलबुल को 20 से 30 डिग्री तापमान के बिच ही रखा जाना चाहिए।
43.भारतीय मूल के लोग बुलबुल को ज्यादा पसंद करते हे।
44.क्युकी वो निडर और आसानीसे सीखने वाला पक्षी माना जाता हे।
45.दक्षिण एशिया और भारत में पिंजरेमे रहने वालो में से बुलबुल को प्रमुख प्रजाति मानी जाती हे।
46.बुलबुल को आज भी कई जगहों पर खुबसुन्दर पिंजरो में पाला जाता हे।
47. वैग्नानिको ने बुलबुल की नयी प्रजाति खोज ली हे।
48.यह प्रजाती 100 साल में पहली बार ही दिखाई गयी हे।
49.इस नन्ही सी चिड़िया के शीरमे बहूत कम बाल पाया गया हे।
50.बुलबुल निडर पक्षी भी माना जाता हे।
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